शिमला. हिमाचल प्रदेश में बनने वाले 69 नेशनल हाइवे पर सरकार बेनकाब हो गई है। सरकार का झूठ सबके सामने आ गया है और प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को प्रदेश की जनता से सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए। मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार कहती रही है कि केंद्र सरकार ने प्रदेश को 69 नेशनल हाइवे 65 हजार करोड़ की मंजूरी प्रदान की है। इसकी घोषणा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 2016 को घोषणा की थी लेकिन अब चार साल बाद केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ही कह दिया कि हिमाचल प्रदेश की 69 नेशनल हाइवे को पीएमओ से मंजूरी नहीं मिली है। इस प्रकार मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार को घेरते हुए कहा कि गत विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के समय भाजपा इसे मुद्दा बनाती रही है और प्रचार करती रही है कि केंद्र सरकार ने प्रदेश को 65 हजार करोड़ की लागत से बननी वाली 69 नेशनल हाइवे प्रदान की है। अब केंद्रीय मंत्री के बयान से साफ हो गया है कि प्रदेश सरकार जनता से झूठ बोला है और इस झूठ के लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार बात करती रही है कि सरकार ने कई नेशनल हाइवे की डीपीआर बना कर केंद्र को दे दी हैं, अब यह सब झूठ निकला है। विपक्ष के नेता ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से यह मामला उठाती रही है लेकिन सरकार हमेशा से झूठ बोलती रही है। अग्निहोत्री ने कहा कि नेशनल हाइवे पर सच्चाई जनता के सामने आ गई है। हिमाचल प्रदेश के नेशनल हाइवे को पीएमओ से मंजूरी नहीं मिली है। जिससे साबित है कि भाजपा के 69 नेशनल हावइे बनाने के दाबे झूठे निकले हैं और पूरी सरकार और सांसदों को जनता से माफी मांगनी चाहिए क्यों कि सभी सांसदों ने भी नेशनल हाइवे को मुद्दा बनाकर लोकसभा चुनाव में वोट मांगे थे। नेशनल हाइवे पर सरकार को घेरते हुए मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा सरकार के विकास का झूठा चेहरा अब जनता ने देख लिया है।