हिमाचल में 11 महीने बाद खुले स्कूल

हिमाचल में 11 महीने बाद खुले स्कूल

5वीं से 12वीं तक की नियमित कक्षाएं आरंभ, विद्यार्थियों को स्कूल आना जरूरी नहीं

शिमला, 15 फरवरी। हिमाचल प्रदेश में लगभग 11 महीने बाद आज से 5वीं से 12वीं कक्षा तक के स्कूल नियमित तौर पर खुल गए हैं। इनमें राज्य के ग्रीष्म और शीतकालीन अवकाश वाले दोनों स्कूल शामिल हैं।

स्कूलों में नियमित कक्षा आरंभ होने के मद्देनजर शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों को कोरोना से बचाव के कड़े निर्देश दिए गए हैं। निर्देशों में कहा गया है कि कोरोना से बचाव के लिए निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया का कड़ाई से पालन हो ताकि इस महामारी के संक्रमण को कम से कम किया जा सके। विभाग ने अपने आदेशों में ये भी कहा है कि भले ही पांचवीं से बारहवीं तक की कक्षाएं नियमित तौर पर शुरू कर दी गई है लेकिन किसी भी विद्यार्थी पर स्कूल आने के लिए दबाव नहीं डाला जाएगा। इन आदेशों के तहत विभाग ने स्कूलों में हाजिरी की अनिवार्यता खत्म कर दी है तथा विद्यार्थियों के लिए ऑनलाईन पढ़ाई भी जारी रखने का निर्णय लिया है। कोरोना से बचाव के लिए शिक्षा विभाग ने उन स्कूलों में एक दिन छोड़कर विद्यार्थियों को बुलाने का विकल्प भी दिया है जिन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या अधिक है। स्कूल खुल जाने के बावजूद किसी भी स्कूल में प्रार्थना सभाएं नहीं होंगी और विद्यार्थियों में कक्षाओं में सामाजिक दूरी बनाए रखना अनिवार्य होगा। विद्यार्थियों के लिए मास्क लगाना और स्कूल आने पर उनका तापमान चेक करना अनिवार्य बनाया गया है। स्कूल खुलने के पहले दिन आज इन सभी नियमों का कड़ाई से पालन किया गया। इस दौरान स्कूल पहुंचने वाले विद्यार्थियों की संख्या हालांकि औसत ही रही।

गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने राज्य के ग्रीष्मकालीन अवकाश वाले स्कूलों में एक फरवरी से ही नियमित कक्षाएं आरंभ कर दी थी लेकिन इनमें छठी और सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों को स्कूल नहीं बुलाया जा रहा था। अब इन स्कूलों में भी छठी और सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों को स्कूल आने की अनुमति दे दी गई है।

एक भी मामला आने पर नहीं खुलेगा स्कूल

हिमाचल प्रदेश सरकार ने भले स्कूलों को नियमित तौर पर खोलने का फैसला लिया है और इस पर आज से अमल भी शुरू हो गया है। लेकिन ये फैसला निजी स्कूलों पर लागू नहीं होगा और वह अपनी सुविधानुसार विद्यार्थियों को स्कूल बुला सकते हैं। इसके अलावा यदि किसी भी स्कूल में एक भी विद्यार्थी अथवा शिक्षक कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो स्कूल को कम से कम 48 घंटों के लिए बंद कर दिया जाएगा तथा स्कूल के उचित सैनेटाइजेशन के बाद ही उसे खोला जाएगा।