पर्यटन नगरी शिमला में क्रिसमस की धूम

पर्यटन नगरी शिमला में क्रिसमस की धूम

पर्यटकों का भारी जमावड़ा, कोरोना बचाव के नियमों की उड़ी धज्जियां

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने चर्च पहुंचकर की प्रार्थना

शिमला, 25 दिसंबर। क्रिसमस का त्यौहार आज प्रदेश भर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। राज्य के चार जिलों को छोड़कर हिमाचल के शेष जिलों में बीती रात 12 बजे से प्रार्थना सभाओं का आयोजन हो रहा है जबकि शिमला, मंडी, कुल्लू और कांगड़ा जिलों में रात्रि कर्फ्यू के चलते गिरजाघरों में आज सुबह से प्रार्थना सभाएं हो रही हैं जिनमें बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में क्रिसमस के मौके पर जश्न का माहौल है और भारी संख्या में पर्यटक क्रिसमस मनाने शिमला पहुंचे हैं। बीते सालों की तरह ही इस बार भी होटलों में क्रिसमस पार्टियों का आयोजन किया गया है। हालांकि इसमें कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान भी रखा जा रहा है। पर्यटकों की भारी भीड़ के चलते शिमला शहर में हालांकि कोरोना नियमों की आज जमकर अवहेलना भी हुई और न तो सामाजिक दूरी का ख्याल रखा गया और न ही मास्क पहनने का।

क्रिसमस के मौके पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज शिमला के रिज मैदान पर स्थित क्राइस चर्च में पहुंचकर प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया और लोगों को क्रिसमस की शुभकामनाएं भी दी। राज्यपाल ने इस मौके पर कहा कि क्रिसमस का त्यौहार ईसाई धर्म के लोगों के लिए इशू मसीह के प्रति श्रद्धा का दिन है। इशू मसीह ने दुनिया को शांति व प्रेम से रहने का संदेश दिया था और मानव सेवा के लिए उन्होंने अपने प्राणों तक की आहुति दे दी थी। राज्यपाल ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार भी अल्पसंख्यकों के संरक्षण के लिए लगातार काम कर रही है।

इस बीच राजधानी शिमला स्थित क्राइस्ट चर्च और अन्य गिरजाघरों में आयोजकों की ओर से कोरोना प्रोटोकॉल के तहत किसी भी व्यक्ति को बिना मास्क के चर्च में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। गिरजाघरों के भीतर सामाजिक दूरी का भी अधिकांश समय ख्याल रखा गया लेकिन गिरजाघरों से बाहर सामाजिक दूरी की खूब धज्जियां उड़ी। इस दौरान प्रदेश भर में गिरजाघरों को विशेष रूप से सजाया गया है और रंग-बिरंगी रोशनियां लगाई गई हैं।

इस बार प्रदेश में खिली धूप के बीच क्रिसमस का त्यौहार मना और राज्य में ठंड के समय से पहले दस्तक देने के बावजूद इस बार भी लोगों की व्हाइट क्रिसमस की उम्मीद पूरी नहीं हुई।

151 साल के इतिहास में पहली बार नहीं हुई रात्रि प्रार्थना सभा

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर स्थित क्राइस्ट चर्च के 151 साल के इतिहास में पहली बार इस बार रात्रि प्रार्थना सभा नहीं हुई। कोरोना महामारी के चलते शिमला जिला में प्रदेश सरकार ने रात्रि कर्फ्यू लगा रखा है। ऐसे में बीती रात चर्च में किसी प्रकार की प्रार्थना सभा अथवा अन्य कार्यक्रम नहीं हुए। हालांकि इस दौरान ऐतिहासिक क्राइस्ट चर्च को बहुत सुंदर ढंग से सजाया गया था। क्राइस्ट चर्च में सुबह 6 बजे कर्फ्यू खत्म होने के बाद ही प्रार्थनाओं का दौर शुरू हो सका।