हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख देगी हिमाचल सरकार
शिमला, 12 अगस्त। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर के निगुलसेरी में हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 14 हो गई है, जबकि 16 लोग अभी भी लापता बताए गए हैं। इस हादसे में अब तक 13 लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका है। यह जानकारी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज घटना स्थल का दौरा करने के बाद हिमाचल प्रदेश विधानसभा में एक विशेष वक्तव्य के माध्यम से दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि घटनास्थल पर दृश्य और परिस्थितियां विचलित करने वाली हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना में दबी एचआरटीसी की बस से जो चार शव बरामद हुए हैं, वह कोई भी पुरा नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस हादसे में लापता लोगों की खोज के लिए चलाए जा रहे आपरेशन को जल्द पूरा करने के लिए प्रयासरत है, ताकि पीड़ित परिवारों को राहत दी जा सके। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि घटना स्थल पर मौसम खराब होने के चलते आज दोपहर बाद से सर्च आपरेशन रोक दिया गया है, क्योंकि पहाड़ से फिर से चट्टानें गिरने का सिलसिला शुरू हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस हादसे में मारे गए सभी लोगों के आश्रितों को प्रदेश सरकार द्वारा 5-5 लाख रुपए की राहत राशि दी जाएगी। घायलों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे। साथ ही घायलों के इलाज का सारा खर्च सरकार वहन करेगी। उन्होंने कहा कि लापता लोगों के परिजनों को ठहरने का प्रबंध भी सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि घटना स्थल पर अभी मैनुअली सर्च आपरेशन चल रहा है, लेकिन अब मशीनों की मदद से भी यह अभियान चलेगा, ताकि लापता लोगों को जल्द ढूंढा जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भूस्खलन के तुरंत बाद राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि 13 लोग सुरक्षित निकाले गए हैं। इनमें से पांच अस्पताल में भर्ती है और 3 लोगों को आज छुट्टी दे दी गई। एक घायल को हमीरपुर भेजा गया तथा दूसरे को आईजीएमसी शिमला रैफर किया गया है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति की कामना की और शोकाकुल परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की।
जयराम ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी आज एक संदेश के माध्यम से इस घटना पर संवेदना जताई। भाजपा के राष्ट्रीय अध्य़क्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी इस घटना पर गहरा शोक जताया है।
इससे पूर्व, सदन में आज शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने निगुलसेरी हादसे को लेकर विशेष वक्तव्य दिया और सरकार द्वारा चलाए जा रहे राहत व बचाव कार्य की जानकारी दी।
कांग्रेस सदस्य आशा कुमारी ने कहा कि अवैज्ञानिक ब्लास्टिंग और खनन के कारण पहाड़ दरक रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष और अन्य कांग्रेस विधायक मौके गए हैं और किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी बीती रात ही वहां पहुंच गए थे। उन्होंने सभी दिवंगत आत्माओं की शांति की कामना की और शोकाकुल परिवार के प्रति गहरी संवेदना जताई।
माकपा सदस्य राकेश सिंघा ने इस दुखद हादसे पर गहरा शोक जताया और कहा कि इस मार्ग पर खतरनाक स्थानों की पहचान की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि खतरनाक स्थानों को ठीक करने को कदम उठाने चाहिए, ताकि ऐसे हादसों को रोका जा सके।
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने इस दुखद हादसे पर गहरा शोक जताया। उन्होंने कहा कि यह दुखदायी घटना है। बाद में सदन ने इस हादसे में मारे गए सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी तथा शोकाकुल परिवार के प्रति गहरी संवेदना जताई। इस हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए सदस्यों ने सदन में कुछ देर के लिए मौन भी रखा।
अग्निहोत्री ने भी लिया घटना स्थल का दल-बल सहित जायजा
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने आज पार्टी विधायकों विक्रमादित्य सिंह, नंदलाल और जगत सिंह नेगी के साथ किन्नौर के न्यूगलसरी में हुए भूस्खलन स्थल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। अग्निहोत्री ने इस दौरान जहां राहत कार्यों की जानकारी ली वहीं इस हादसे में मारे गए और लापता लोगों के परिजनों के साथ भी मुलाकात कर सांत्वना जताई। अग्निहोत्री ने इस मौके पर प्रदेश सरकार से राहत व बचाव कार्यों में तेजी लाने की मांग की ताकि इस दर्दनाक हादसे में लापता लोगों का जल्द पता लगाया जा सके और उनके परिजनों को कुछ राहत मिल सके। कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी बीते रोज से ही घटना स्थल पर मौजूद हैं और राहत व बचाव कार्यों में हाथ बंटा रहे है।