होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के लिए विभिन्न जिलों को मिली 13600 होम आइसोलेशन किट
शिमला, 30 मई। कोरोना महामारी से संक्रमित मरीजों को बेहतर उपचार सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए हिमाचल सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा ऐसे मरीजों को ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श, जांच के साथ-साथ उनके इम्यूनिटी को बढ़ाने वाले इम्यूनिटी बूस्टर भी होम आइसोलेशन किट के माध्यम से मरीजों को घर पहुंचाए जा रहे हैं। होम आइसोलेशन किट वितरण कार्यक्रम के अन्तर्गत अब तक प्रदेश भर में लगभग 13600 किट मरीजों के लिए विभिन्न जिलों में पहुंचाई जा चुकी है।
राज्य सरकार द्वारा होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध करवाई जाने वाली इस होम आइसोलेशन किट वितरण कार्यक्रम के अन्तर्गत जिला कांगड़ा को सबसे अधिक 3000 किट उपलब्ध करवाई गई है। मंडी जिला को 2000, बिलासपुर को 800, चंबा को 1000, हमीरपुर को 1000 होम आसोलेशन किट उपलब्ध करवाई गई हैं। इसके अलावा, जिला किन्नौर को 200, कुल्लू को 800, लाहौल स्पीति को 200, शिमला को 1600, सिरमौर को 1000, सोलन को 1000 और जिला ऊना को 1000 होम आइसोलेशन किट उपलब्ध करवाई जा चुकी हैं।
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की होम आइसोलेशन किट संबंधित क्षेत्रों के विधायकों व निर्वाचित प्रतिनिधियों के माध्यम से प्रदान की जा रही है। इस किट में मरीजों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार की लगभग 14 वस्तुएं शामिल की गई हैं। जिसमें मार्गदशक बुकलेट, थर्मामीटर, च्यवनप्रास, काढ़ा, सेनिटाईजर, मास्क, टेवलेट जिंक, टेवलेट कैल्सियम, टेवलेट विटामिन-सी, टेवलेट मल्टीविटामिन, आयुर्वेदिक टेवलेट खुडनीर व मुख्यमंत्री द्वारा शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना का पत्र आदि शामिल है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक डा. निपुण जिंदल ने बताया कि होम आसोलेशन किट वितरण कार्यक्रम के अन्तर्गत अब तक विभिन्न जिलों में 13600 आइसोलशन किट पहुंचाई जा चुकी हैं। होम आसोलेशन में रह रहे मरीजों को राज्य सरकार द्वारा हर संभव सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है।
कोरोना महामारी से लोगों के बचाव के दृष्टिगत राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष प्रयास कर रही हैं ताकि जुखाम जैसे लक्षणों वाले मरीजों को चिन्हित कर उनकी शीघ्र जांच व उपचार शुरू किया जा सके। इस कार्य के लिए विधायकों, पंचायती राज संस्थाआंे तथा शहरी स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों, आशा कार्यकर्ताओं तथा अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का सहयोग लिया जा रहा हैं। इससे जहां कोविड के मामलों का शीघ्र पता चल सकेगा वहीं इस वायरस को फैलने से रोकने में भी मदद मिलेगी।