हिमाचल हाईकोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति बने जस्टिस रवि मलिमठ

शिमला, 7 जनवरी। न्यायमूर्ति रवि मलिमठ ने आज हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण किया। उन्हें मुख्य न्यायाधीश एल. नारायणा स्वामी ने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में आयोजित एक साधारण परंतु गरिमामय समारोह में पद की शपथ दिलाई। इससे पहले न्यायमूर्ति रवि मलिमठ उत्तराखंड उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश थे। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायधीश, न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान, न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर, न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर, न्यायमूर्ति अजय मोहन गोयल, न्यायमूर्ति संदीप शर्मा, न्यायमूर्ति चंदर भूषण बारोवालिया, न्यायमूर्ति अनूप चितकारा और न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ भी उपस्थित थे।

न्यायाधीश रवि मलिमठ  सहित हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 9 हो गई हैं, जिससे हाईकोर्ट में लंबित पड़े मामलों को निपटाने में तेजी आएगी। कोरोना के कारण इस बार शपथ समारोह में सीमित संख्या में ही लोग उपस्थित थे और अन्य लोगों के लिए यू ट्यूब पर शपथ ग्रहण समारोह का सीधा प्रसारण किया गया।

न्यायमूर्ति मलिमठ का जन्म 25 मई, 1962 को हुआ था। उन्होंने 28 जनवरी 1987 को बैंगलोर में वकालत शुरू की और उन्होंने मुख्य रूप से संवैधानिक, दीवानी, आपराधिक, श्रम और सेवा मामलों में कर्नाटक उच्च न्यायालय, बैंगलोर में वकालत की । उन्हें 18 फरवरी 2008 को कर्नाटक उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश और 17 फरवरी 2010 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया । उत्तराखंड उच्च न्यायालय में स्थानांतरित होने पर, 05 मार्च 2020 को उन्होंने उत्तराखंड के उच्च न्यायालय में न्यायाधीश का पद ग्रहण किया।

शपथ ग्रहण समारोह के अवसर पर एडवोकेट जनरल श्री अशोक शर्मा, हिमाचल प्रदेश बार काउंसिल के अध्यक्ष रमाकांत शर्मा, हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री नरेश्वर सिंह चन्दॆल, एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया राजेश शर्मा और डॉ. बलदेव सिंह, रजिस्ट्रार (सतर्कता) भी उपस्थित थे।