हिमाचल विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

हिमाचल विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

शिमला, 20 मार्च। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र आज संपन्न हो गया। सत्र के समापन पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए फिर से बंदिशें शुरू करने की बात कही। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की तरह हिमाचल में भी कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में सरकार को फिर से सख्ती बरतनी पड़ेगी। उन्होंने इसके लिए सभी सदस्यों और प्रदेशवासियों का सहयोग मांगा।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश में मेलों और अन्य सांस्कृतिक आयोजनों पर भी सरकार बंदिशें लागू करने जा रही है। उन्होंने बजट सत्र में सकारात्मक सहयोग के लिए विपक्ष, विधानसभा सचिवालय, अध्यक्ष व उपाध्यक्ष तथा प्रदेश सरकार के अधिकारियों और कर्मचारियों का आभार जताया। उन्होंने विधायक सुजान सिंह पठानिया और सांसद राम स्वरूप शर्मा के निधन पर गहरा दुख जताया और कहा कि इन दोनों घटनाओं ने सत्र के दौरान विचलित किया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की स्थापना के 50 वर्ष पूरा होने पर सरकार द्वारा आयोजित की जा रही स्वर्णिम यात्रा में राज्य के हर व्यक्ति के सहयोग की कामना की और यह भी उम्मीद जताई कि मानसून सत्र तक कोरोना के कारण बनी दीवार टूट जाएगी।

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सत्र के पहले दिन हुई घटना के बाद सदन को चलाने के लिए हुए सकारात्मक प्रयासों की सराहना की और कहा कि कांग्रेस हमेशा विधायक संस्थान मजबूत करने के पक्ष में रही है। उन्होंने सरकार से बजट में कर्मचारियों, किसानों और कोरोना से लड़ रहे योद्धाओं के लिए प्रयास जारी रखने की अपील की। अग्निहोत्री ने सरकार से महंगाई कम करने और विधायक प्राथमिकताओं की स्कीमों के उद‌‌्घाटन व शिलान्यास करने का मामला जल्द सुलझाने की मुख्यमत्री से अपील की।

विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए सत्तापक्ष, विपक्ष, विधानसभा सचिवालय, अधिकारियों, कर्मचारियों और मीडिया आभार जताया । उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान कुल 16 बैठकें हुई। इस दौरान 530 तारांकित और 218 अतारांकित प्रश्नों के उत्तर दिए गए। गैर-सरकारी सदस्य कार्य दिवस के तहत चार संकल्पों पर चर्चा हुई तथा 5 विधेयक पेश व पारित किए गए। सदन की कार्यवाही कुल 55 घंटे 32 मिनट चली। इस दौरान छह मार्च को प्रदेश का अगले वित्त वर्ष का बजट पेश किया गया, जबकि बजट सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण के साथ हुई।