कोराना के फैलाव का मामला
हिमाचल में स्कूलों को लेकर कल कोई बड़ा निर्णय ले सकती है सरकार
शिमला, 25 मार्च। हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण के लगातार पैर पसारने के चलते राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षण संस्थानों को लेकर कोई बड़ा निर्णय ले सकती है। सूत्रों के मुताबिक प्रदेश सरकार ने राज्य में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की आशंका के चलते शिक्षा विभाग से शिक्षण संस्थानों जिनमें स्कूल और कॉलेज शामिल हैं को लेकर रिपोर्ट तलब की है। इसमें सरकार ने विभाग से पूछा है कि कोरोना की दूसरी लहर के दृष्टिगत शिक्षण संस्थानों को लेकर क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार प्रदेश मंत्रिमण्डल की 27 को शिमला में बैठक होने जा रही है। इस बैठक में शिक्षा विभाग की रिपोर्ट पर विचार किया जाएगा और यदि स्थिति को गंभीर पाया गया तो सरकार शिक्षण संस्थानों को कुछ दिनों के लिए बंद करने का फैसला ले सकती है ताकि खासकर शिक्षण संस्थानों के माध्यम से फैलने वाले कोरोना संक्रमण के जोखिम को कम किया जा सके।
वैसे भी केंद्र सरकार ने राज्यों को जरूरत पड़ने पर फिर से लॉकडाउन लगाने जैसा बड़ा कदम उठाने का अधिकार दे दिया है। ऐसे में भले ही प्रदेश में लॉकडाउन न लगे लेकिन सरकार कड़े निर्णयों के माध्यम से कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने का कड़ा कदम उठा सकती है।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में अन्य राज्यों की तर्ज पर कोरोना मामलों में जोरदार वृद्धि जारी है। पांच महीने बाद राज्य में बीते रोज कोरोना पॉजिटिव लोगों का आंकड़ा फिर से एक दिन में 300 को पार कर गया। यह स्थिति तब है जब राज्य में अब पहले की तुलना में कोरोना टेस्ट की संख्या काफी कम हो गई है। साथ ही सरकार ने कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए बनाए गए तमाम मेक शिफ्ट अस्पतालों को भी बंद कर दिया है। इसके अलावा प्रदेश में जहां लोग कोरोना संक्रमण के प्रति लापरवाह हुए हैं वहीं राज्य में पर्यटकों की आमद भी दिनोंदिन बढ़ रही है। खासकर पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली से वीकेंड पर भारी संख्या में पर्यटक हिमाचल घूमने पहुंच रहे हैं। ये वही राज्य हैं जहां न केवल कोरोना संक्रमण फिर से फुल स्पीड में दौर रहा है बल्कि यहां कोरोना के डबल म्यूटेंट वैरियेंट भी मिले हैं। ये वैरियेंट कोरोना का सबसे खतरनाक रूप माना जा रहा है। ऐसे में ये वैरियेंट आसानी से हिमाचल पहुंच रहे हैं। नतीजतन प्रदेशवासियों के लिए आने वाले दिन फिर से कष्ट भरे हो सकते हैं।