अधिक ऊंचाई व जनजातीय क्षेत्रों में बर्फबारी, निचले क्षेत्रों में व्यापक वर्षा
शिमला, 21 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश में मौसम अप्रैल में भी दिसंबर जैसा एहसास करवा रहा है। प्रदेश के जनजातीय और अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आज चौथे दिन भी बर्फबारी का दौर जारी रहा। खासकर लाहौल स्पिति में व्यापक बर्फबारी हो रही है। इससे मनाली-लेह मार्ग पर यातायात ठप्प है और दर्जनों वाहन इस पर फंसे हुए हैं। इनमें अधिकांश ट्रक और पर्यटक वाहन हैं। ताजा बर्फबारी, वर्षा और ओलावृष्टि से प्रदेश में तापमान में जोरदार गिरावट आई है तथा लोगों को फिर से अपने गर्म कपड़े बाहर निकालने पड़े हैं। जानकारी के मुताबिक आज रोहतांग दर्रे पर दो फुट ताजा हिमपात हुआ है जबकि कोकसर, सिसु, गांदला और अटल टनल रोहतांग के दोनों किनारों पर एक-एक फुट ताजा बर्फबारी दर्ज की गई है। इस दौरान दारचा, जिस्पा और गेमोर में 15-15 सेंटीमीटर, केलांग में 10, काजा में 8 और लोसर में 15 सेंटीमीर ताजा हिमपात दर्ज किया गया। पूरे लाहौल स्पिति जिला में हो रही इस व्यापक बर्फबारी से पूरा क्षेत्र कड़ाके की शीतलहर की चपेट में है। बर्फबारी और वर्षा से जिले में जहां कृषि कार्य प्रभावित हुए हैं वहीं सेब के बागीचों में हो रही फ्लावरिंग पर भी ठंड का बुरा असर पड़ा है।
इधर, राजधानी शिमला सहित प्रदेश के निचले इलाकों सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, बिलासपुर और चंबा में अनेक स्थानों पर व्यापक वर्षा हुई है। इस दौरान शिमला, सोलन और मंडी जिला के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि भी हुई। राजधानी शिमला में भी आज दोपहर बाद कुछ स्थानों पर ओले पड़े।
इस बीच मौसम विभाग ने आज राज्य के अधिकांश स्थानों पर वर्षा और अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी की संभावना जताई है। विभाग ने आज मध्यम ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर भारी वर्षा और आंधी चलने का यलो अलर्ट भी जारी किया है। इन इलाकों में कल भी आंधी चलने, ओलावृष्टि और अंधड़ की मौसम विभाग ने चेतावनी दी है। आज भी राज्य में कई स्थानों पर तेज हवाओं, वर्षा और ओलावृष्टि से गेहूं की फसल के अलावा सेब के बागीचों को व्यापक नुकसान हुआ है।