हिमाचल में घटी कोरोना की संक्रमण दर

हिमाचल में घटी कोरोना की संक्रमण दर

मौतों का आंकड़ा एक दिन बाद फिर से डबल

शिमला, 1 जून। हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण में कमी कका सिलसिला लगातार जारी है और आज लगभग डेढ़ महीने बाद एक दिन में संक्रमितों का आंकड़ा एक हजार से नीचे पहुंच गया। हालांकि कोरोना से होने वाली मौतों ने एक दिन की कमी के बाद आज मरने वालों का आंकड़ा फिर से डबल हो गया। प्रदेश में आज कोरोना से 38 लोगों की जान चली गई। इनमें से सर्वाधिक 12 मौतें कांगड़ा जिला में हुई। इसके अलावा शिमला में 6, मंडी में 4, बिलासपुर, हमीरपुर और सोलन में 3-3, कुल्लू और ऊना में 2-2, लाहौल स्पिति, चंबा और सिरमौर में 1-1 मरीज की कोरोना से मौत हो गई। राज्य में अभी तक 3165 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। इनमें से सर्वाधिक 945 मौतें कांगड़ा जिला में हुई हैं। इसके अलावा शिमला में 564, मंडी में 345, सोलन में 283, हमीरपुर में 229, ऊना में 224, सिरमौर में 187, कुल्लू में 144, चंबा में 121, बिलासपुर में 71, किन्नौर में 35 और लाहौल स्पिति में 17 लोगों की अब तक कोरोना से जान जा चुकी है।

इस बीच प्रदेश में आज कोरोना के 921 नए पॉजिटिव मामलों की पुष्टि हुई है। इनमें से सर्वाधिक 298 मामले कांगड़ा जिला में दर्ज किए गए। इसके अलावा शिमला में 104, मंडी में 95, चंबा में 86, सोलन में 80, हमीरपुर में 66, कुल्लू में 56, ऊना में 44, बिलासपुर में 35, सिरमौर में 31, लाहौल स्पिति में 14 और किन्नौर में 12 नए मामले पाए गए हैं। इसी के साथ प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मामलों का आंकड़ा  बढ़कर 191251 हो गई है। इनमें से 12407 मामले सक्रिय हैं। प्रदेश में आज 2097 लोग कोरोना से स्वस्थ हुए। राज्य में अब तक 175657 लोग कोरोना से स्वस्थ हो चुके हैं।

प्रदेश में आज 13232 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया। इनमें से 1258 की रिपोर्ट आना बाकी है। राज्य में अभी तक 1935704 लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा चुका है।

हिमाचल बार काउंसिल के अध्यक्ष रमाकांत का कोरोना से निधन

हिमाचल बार काउंसिल के अध्यक्ष रमाकांत शर्मा का आज निधन हो गया। रमाकांत शर्मा कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव हुए थे लेकिन कोरोना संक्रमण से मुक्त भी हो गए थे। इसी दौरान उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया और उन्हें आईजीएमसी शिमला में जनरल आईसीयू में रखा गया था जहां आज उनकी मृत्यु हो गई। आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जनकराज ने कहा कि कोरोना की वजह से रमाकांत शर्मा के फेफड़े इतने अधिक खराब हो गए थे कि उन्हें बचाया नहीं जा सका। हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट, बार काउंसिल, वकीलों के विभिन्न संगठनों और राजनेताओं ने रमाकांत शर्मा के निधन पर गहरा दु:ख जताया है।