शिमला, 7 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने राज्य में बढ़े कोरोना संक्रमण के लिए प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार को जिम्मेवार ठहराया है। अग्निहोत्री ने आज शिमला में एक पत्रकारवार्ता में कहा कि सरकार कोरोना को लेकर दोहरा रवैया अपना रही है। उन्होंने कहा कि सरकार कभी बंदिशें लगा रही है तो कभी छूट दे रही है तथा कोरोना से लड़ने में उसके पास कोई स्थायी नीति नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को लोगों की जिंदगी बचाने के लिए सकारात्मक कदम उठाना चाहिए और विपक्ष से भी कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर चर्चा करनी चाहिए।
अग्निहोत्री ने प्रदेश सरकार पर नगर निगम चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने निगम चुनावों में झूठे प्रलोभन देकर मतदाताओं को गुमराह करने का प्रयास किया। अग्निहोत्री ने दावा किया कि निगम चुनावों में जयराम सरकार घुटनों पर आ गई है और मुख्यमंत्री को अपने ही गृह जिला मंडी में भावुक होकर वोट मांगने पड़े हैं।
मुकेश अग्निहोत्री ने ऊना में एक युवती की निरसंश हत्या को गुड़िया मामले की पुनरावृति करार दिया। उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है लेकिन दूसरी ओर यही सरकार बेटियों को बचाने में कोई रूचि नहीं दिखा रही है। उन्होंने कहा कि ऊना की घटना से प्रदेश की बदहाल कानून व्यवस्था की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने ये भी कहा कि ऊना जिला में आज कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है और कानून की सरेआम धज्जियां उड़ा कर माफिया दनदना रहा है। इसके बावजूद सरकार या प्रशासन को कोई परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि ऊना अपराध की राजधानी बन गई है जहां एक मासूम युवती की गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी गई। उन्होंने इसके लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया।