शिमला, 7 मार्च। हिमाचल प्रदेश की स्थापना के 50 वर्ष के सफर में महिला पुलिस के शौर्य की कल शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिववस के मौके पर झलक दिखेगी। प्रदेश पुलिस इस मौके पर रिज मैदान पर मेधा कार्यक्रम आयोजित कर रही है। यही नहीं महिला दिवस के मौके पर कल प्रदेश में महिला पुलिस कानून व्यवस्था के साथ-साथ ट्रैफिक की भी कमान संभालेंगी। ये जानकारी प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने आज शिमला में एक पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण और महिला पुलिस को उनकी सेवाओं के प्रति सम्मान देना है।
कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय करेंगे। इस दौरान रिज मैदान पर हिमाचल पुलिस की महिला कर्मी परेड, बाइक स्टंट और साहसिक करतब प्रस्तुत करते हुए अपने शौर्य को दिखाएंगी। स्पोर्टस खिलाड़ी प्रिंयका नेगी पहली परेड की अगुवाई करेंगी। शाम को गेयटी थियेटर में एक कार्यक्रम होगा, जिसमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बतौर मुख्यातिथि शामिल होंगे। इसमें महिला जवानों द्वारा कव्वाली, नाटी, ग्रूप सांग आदि प्रस्तुतियां दी जाएंगी। विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से हिमाचल के 50 वर्षों के सफर में महिला पुलिस के योगदान को दर्शाया जाएगा।
राज्य पुलिस विभाग में महिला सुरक्षा बल की संख्या 2300 के पास है, जो कुल संख्या का 13 से 14 प्रतिशत है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर पुलिस विभाग में महिला कर्मियों की संख्या 10.5 प्रतिशत के आसपास है। प्रदेश में राजपत्रित महिला अधिकारियों की संख्या 23 है। प्रदेश पुलिस में महिला बल की संख्या बढ़ाकर 25 प्रतिशत करने की दिशा में सरकार आगे बढ़ रही है।
इस मौके पर काफी टेबल बुक और वीरांगाना नामक स्मारिक का विमोचन भी किया जाएगा। पत्रकार वार्ता में डी.आई.जी. सुमेद्धा द्विवेदी के साथ ही कार्यक्रम की तैयारियों में जुटी अन्य महिला पुलिस अधिकारियों ने भी जानकारियां सांझा की।
1973 में पहली बार 3 महिला हुई भर्ती, 1975 में 28 का पहला बैच
डी.आई.जी. सुमेद्धा द्विवेदी ने कहा कि वर्ष 1973 में पहली बार 3 महिला हिमाचल पुलिस विभाग में आई थी। इसके बाद 1975 में 28 महिलाओं का फर्स्ट बैच आया था। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में फर्स्ट बैच की 28 महिलाओं को भी आंमत्रित किया गया है। इसके साथ ही फर्स्ट महिला आई.पी.एस. से लेकर फर्स्ट महिला इंस्पैक्टर, सब इंस्पैक्टर, ए.एस.आई., हैडकांस्टेबल व कांस्टेबल को भी सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़-दो माह से कार्यक्रम को लेकर तैयारी चल रही है। कांस्टेबल से लेकर डी.आई.जी रैंक 500 महिला अधिकारी व कर्मचारी सीधे तौर पर इससे जुड़ी है। उन्होंने कहा कि आज महिला पुलिस इंटैलिजैंस से लेकर पी.एस.ओ को काम भी देख रही है।
पेंटिग प्रतियोगिता के साथ हैल्थ कैंप लगेंगे
हिमाचल प्रदेश पूर्ण राजत्व के स्वर्ण जयंति वर्ष के तहत पुलिस विभाग पेंटिग व वाद-विवाद प्रतियोगिता का भी आयोजन करेगा। इसके साथ ही जिला स्तर और बटालियनों में हैल्थ कैंप आयोजित किए जाएंगे, जिसमें मुख्य रूप से महिला कर्मियों के स्वास्थय की जांच होगी। इसके साथ ही अन्य 50 वर्ष के सफर पर सरकार द्वारा आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में विभाग अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेगा।