हिमाचल के 9.26 लाख किसानों को मिली किसान सम्मान निधि

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मोदी का आभार जताया

शिमला, 14 मई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज वर्चुअल माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत न्यूनतम आर्थिक लाभ की आठवीं किश्त जारी करने के साथ ही प्रदेश के 9,26,963 लाख किसानों की इस निधि की किश्त मिल गई है। हिमाचल में इस समय 9.27 लाख कृषक परिवार हैं। इनमें से 89 प्रतिशत छोटे और सीमांत किसान हैं। प्रदेश के किसानों को अभी तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 1355.80 करोड़ रुपए की सहायता प्रदान की जा चुकी है।

प्रधानमंत्री द्वारा किसान सम्मान निधि की इस किश्त जारी करने के मौके पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए। उन्होंने किसान सम्मान निधि की आठवीं किश्त जारी करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने बाद में इस योजना के तहत हुई प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि 24 फरवरी, 2019 को आरंभ हुई इस योजना के तहत प्रदेश के किसानों को हर साल दो-दो हजार रुपए की बराबर किश्त मिल रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कृषि क्षेत्र राज्य के कुल सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 13 प्रतिशत का योगदान देता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत चालू वित्त वर्ष के लिए 642.47 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों को लाभांवित करने के लिए मुख्यमंत्री नूतन पॉलीहाउस परियोजना, कृषि से सम्पन्नता योजना, कृषि कोष, प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना, जायका चरण-2, जल से कृषि को बल योजना जैसी अनेक योजनाएं आरंभ की हैं।

प्रधानमंत्री का आभार

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर और हिमाचल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कोरोना संकट के बीच देश के किसानों के लिए 19 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि किसान सम्मान निधि के तहत आबंटित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है। इन दोनों नेताओं ने आज एक बयान में कहा कि हिमाचल में भी इस योजना से 9.26 लाख से अधिक किसानों को फायदा हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज भी कांग्रेस के कुछ नेता प्रधानमंत्री और हिमाचल सरकार की छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन इन दोनों ही सरकारों ने साबित कर दिया है कि कोरोना संकट के बावजूद उनके लिए देश के किसानों के हित सर्वोपरि हैं।