बर्फबारी के बाद जनजातीय क्षेत्रों में खून जमा देने वाली ठंड

बर्फबारी के बाद जनजातीय क्षेत्रों में खून जमा देने वाली ठंड

शिमला, 24 जनवरी। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय व अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बीते रोज हुई व्यापक बर्फबारी और राज्य के निचले क्षेत्रों में वर्षा के चलते राज्य में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में जोरदार गिरावट आई है जिससे पूरा प्रदेश कड़ाके की ठंड की चपेट में है। खासकर राज्य के जनजातीय क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी के बाद फिर से खून जमा देने वाली ठंड पड़ रही है। जनजातीय जिला केलांग में आज जहां न्यूनतम तापमान -9.2 डिग्री दर्ज किया गया वहीं अधिकतम तापमान -2.6 डिग्री रहा। इसके चलते जनजातीय जिला लाहौल स्पिति में लोगों को खून जमा देने वाली ठंड से जूझना पड़ रहा है। जिले के अधिकांश हिस्सों में बर्फीली हवाएं चल रही हैं। इसके चलते लोग घरों में ही दुबके रहने को मजबूर हैं। ताजा बर्फबारी के बाद जिले में हिमस्खलन का फिर से खतरा बढ़ गया है। ऐसे में जिला प्रशासन ने लोगों को पूरी सतर्कता बरतने और हिमस्खलन संभावित स्थानों से दूर रहने की सलाह दी है।

उधर किन्नौर जिला के कल्पा में आज न्यूनतम तापमान -4.1, डलहौजी में -1.8, कुफरी में -0.5, मनाली में 0.8, और शिमला में 2.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

बीती रात प्रसिद्ध पर्यटक स्थल कुफरी में भी हल्का हिमपात हुआ। इसके अलावा राज्य के कई निचले क्षेत्रों में व्यापक वर्षा भी हुई है। हालांकि ये वर्षा फिलहाल गेहूं की फसल के लिए व्याप्त नहीं मानी जा रही है। राज्य के निचले क्षेत्रों में पिछले लगभग एक महीने से वर्षा न होने के चलते कृषि और बागवानी पर विपरीत असर पड़ रहा है। इस बीच मौसम विभाग ने आज राज्य के अधिक ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर वर्षा और बर्फबारी की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में आने वाले एक सप्ताह तक मौसम के साफ बने रहने की संभावना है।