स्व वीरभद्र सिंह की 91वीं जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित

शिमला 23 जून,
कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने कहा है कि वीरभद्र सिंह विकास के मसीहा थे। प्रदेश के विकास में वीरभद्र सिंह का बहुत बड़ा योगदान है,जिसे हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि एक मंत्री के तौर पर उन्होंने वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में उनसे बहुत कुछ सीखा। उनके जाने से प्रदेश को जो क्षति हुई है उसकी भरपाई मुमकिन नही।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में वीरभद्र सिंह की जयंती पर उन्हें याद करते हुए पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उनके छायाचित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय  में स्व वीरभद्र सिंह की 91वीं जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालो में प्रमुख कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार,लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह,शिमला शहर के विधायक हरीश जनारथा,हिमुडा के उपाध्यक्ष यशवंत छाजटा,शिमला नगर निगम के महापौर सुरेंद्र चौहान, उप महापौर उमा कौशल के अतिरिक्त पार्षद,पूर्व महापौर आदर्श सूद,मनोज कुमार,जैनी प्रेम,नरेंद्र कटारिया,प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष जैनब चंदेल,युवा कांग्रेस अध्यक्ष छतर सिंह के अतिरिक्त प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व पदाधिकारी, महिला कांग्रेस, सेवादल,युवा कांग्रेस, एनएसयूआई के पदाधिकारी व बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने वीरभद्र सिंह को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
बाद में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत करते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आज का यह दिन हमें वीरभद्र सिंह के आदर्श व उनके दिखाए  पथ का अनुसरण करने को प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि छह बार के मुख्यमंत्री ने 22 साल से अधिक प्रदेश में मुख्यमंत्री के तौर पर प्रदेश के लोगों की सेवा की। उन्होंने प्रदेश के समग्र विकास को प्रमुखता देते हुए बगैर किसी भी भेदभाव के विकास कार्य किये। यहीं बजह है कि आज भी उन्हें उसी प्यार व सम्मान से याद किया जा रहा है, जैसा कि उन्हें उनके जीवन काल में लोग उन्हें सम्मान देते थे। उन्होंने प्रदेश के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह हमेशा ही वीरभद्र सिंह के दिखाए रास्ते का अनुसरण करेंगे,औऱ जनसेवा ही उनका लक्ष्य है।
एक प्रश्न के उत्तर में विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि रिज मैदान पर वीरभद्र सिंह की प्रतिमा स्थापित कर दी गई है। इसका अनावरण 15 जुलाई को किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले इसका अनावरण आज 23 जून को रखा गया था परंतु केंद्रीय आला कमान ने  इस समारोह में आने की इच्छा जताई है जिसके चलते इस समारोह को अब 15 जुलाई के लिये निर्धारित किया गया है।