कोरोना से फिर डरी जयराम सरकार

कोरोना से फिर डरी जयराम सरकार

शादी समारोह पर भी लगी संख्या की पाबंदियां

शिमला, 6 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से हो रही वृद्धि और नए कोरोना स्ट्रेन के मिलने से जयराम सरकार की नींद एक बार फिर उड़ गई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में आज शिमला में कोरोना संक्रमण की समीक्षा को लेकर हुई बैठक में सरकार ने 15 अप्रैल हिमाचल दिवस से आरंभ होने वाली स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा को स्थगित कर दिया है। साथ ही शादी समारोहों और अंतिम संस्कार पर एकत्र होने वाली भीड़ को रोकने के लिए भी पाबंदियां लगा दी है।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बैठक के बाद पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि राज्य में स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा के आयोजन पर स्थिति सामान्य होने के बाद निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसी तरह अगले निर्देशों तक विवाह समारोहों में लोगों की संख्या नियंत्रित करने के लिए इनडोर 50 और आउटडोर अधिकतम 200 लोगों को ही शामिल होने की अनुमति देने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा, अंतिम संस्कार में केवल 50 व्यक्तियों को शामिल होने की अनुमति प्रदान की जाएगी।

जय राम ठाकुर ने स्वास्थ्य विभाग को सरकारी अस्पतालों में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए ताकि कोरोना के मामलों में वृद्धि होने की स्थिति में संक्रमित लोगों को बेहतर उपचार सुविधा प्रदान की जा सके। उन्होंने कोरोना रोगियों के लिए बिस्तरों की वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए राज्य के निजी अस्पतालों से संपर्क करने के लिए भी कहा।

उन्होंने कहा कि इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार पूरी तरह तैयार है और प्रदेश में ऑक्सीजन सिलेंडर, वैक्सीन, पीपीई किट्स, फेस मास्क और हैंड सैनिटाइजर की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि नेर चैक चिकित्सा महाविद्यालय में कोविड रोगियों के लिए अतिरिक्त बिस्तर उपलब्ध करवाए जाएंगे और नाहन चिकित्सा महाविद्यालय में 28 नर्सों के नए बैच को तैनात करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमीरपुर और नाहन चिकित्सा महाविद्यालयों में भी वैकल्पिक बिस्तरों की क्षमता बढ़ाई जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों में कोविड-19 के लिए टीकाकरण और जांच को अभियान मोड पर चलाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही होम आईसोलेशन में रह रहे कोविड रोगियों से संपर्क रखने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें  अस्पतालों में चिकित्सा उपचार के लिए सलाह दी जा सके। उन्होंने कहा कि सीमा क्षेत्रों पर लोगों की स्क्रीनिंग पर विशेष बल दिया जा रहा है।

स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल ने कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जिला स्तरीय कार्य योजना का सख्ती से क्रियान्वयन किया जाएगा।

मुख्य सचिव अनिल खाची ने स्थिति से निपटने के लिए अपने बहुमूल्य सुझाव दिए और राज्य सरकार द्वारा जमीनी स्तर तक उठाए जा रहे विभिन्न कदमों के बारे अवगत करवाया।

स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने राज्य में कोरोना स्थिति बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान में राज्य में कोरोना के 3828 सक्रिय मामले हैं। उन्होंने कहा कि उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों और खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।