लाहौल स्पित के नाम एक और उपलब्धि
स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘ठोस कचरा प्रबंधन’
शिमला, 1 फरवरी । हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल स्पिति के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गया है। उपायुक्त पंकज राय ने आज राजकीय प्राथमिक पाठशाला के केलांग में ‘ठोस कचरा प्रबंधन’ को स्कूली पाठ्यक्रम में समावेश करने का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि ठोस कचरा प्रबंधन की आवश्यकता को देखते हुए स्कूली बच्चों को इस विषय में विशेष रूप से जागरूक करने के लिए यह टॉपिक पायलट आधार पर कुछ स्कूलों के पाठ्यक्रम में जोड़ा गया है ताकि स्वच्छता के साथ-साथ ठोस कचरे के प्रबंधन के प्रति छात्र-छात्राओं के माध्यम से हर घर-परिवार को जागरूक किया जा सके।
उन्होंने कहा कि इस विषय को छोटे व बड़े बच्चों के बीच में अनौपचारिक रूप से पढ़ाया जाएगा, ताकि वह इसमें रूचि ले सकें। अगले 2 महीनों में बच्चों को इससे संबंधित कई ज्ञानवर्धक वीडियो व शिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिससे कि वह रूचि पूर्ण ढंग से इस विषय पर अपनी समझ बढ़ा सकें।
उन्होंने कहा कि भविष्य में यहाँ पर्यटकों की संख्या बढ़ने तथा कई प्रकार की व्यवसायिक गतिविधियों के शुरू होने से लाहौल-स्पीति जिले में ठोस कचरा के निदान की समस्या आएगी, जिसके लिए सभी लोगों को जागरुक एवं तैयार करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चे किसी भी संदेश के संप्रेषण का एक प्रभावी व व्यापक माध्यम बनते हैं, विशेषकर जब अपने परिवेश व पर्यावरण से संबंधित जागरूकता की बात आती है, तो वह प्रत्येक घर-परिवार तक संदेश पहुंचाने में सहायक होते हैं। इसी उद्देश्य से भविष्य में ‘ठोस कचरा प्रबंधन’ की नीति को सुचारू रूप से से लागू करने के लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से इस टॉपिक को स्कूली बच्चों के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।
पंकज रॉय ने कहा कि ठोस कचरा प्रबंधन के लिए हमने आईआईटी दिल्ली से एक एमओयू साइन किया है तथा जल्द ही पूरे लाहौल में ठोस कचरे के एकत्रीकरण, प्रबन्धन व निदान की व्यवस्था लागू की जाएगी।