सात महीने बाद फिर से यातायात के लिए खुला साच पास
शिमला, 10 जून। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला के जनजातीय क्षेत्र पांगी एक बार फिर सड़क मार्ग से शेष विश्व से जुड़ गया है। पांगी घाटी को शेष विश्व से सड़क मार्ग से जोड़ने वाला साच दर्रा आज यातायता के लिए बहाल कर दिया गया। 14500 फुट की ऊंचाई पर स्थित साच दर्रे को खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग ने तीन महीनों तक विपरीत परिस्थितयों और शून्य से नीचे के तापमान में काम करके इसे खोलने में सफलता पाई है। साच दर्रा पिछले साल अक्तूबर में भारी बर्फबारी के कारण यातायात के लिए बंद हो गया था।
चंबा मुख्यालय को पांगी से जोड़ने वाली 172 किलोमीटर लम्बी और साच पास से गुजरने वाली सड़क दुनिया की सबसे कठिनतम सड़कों में से एक है। लोक निर्माण विभाग ने इस सड़क से तीन महीने के दौरान 17 ग्लेशिय कांटे और 67 किलोमीटर से बर्फ हटाई। इसी के बाद ये सड़क यातायात के लिए बहाल कर दिया है। इस दौरान मार्ग को बहाल करने में कई बार भारी दिक्कतें आई लेकिन लोक निर्माण विभाग के हौसले से ये मार्ग आखिरकार बहाल हो गया है। विभाग के अधिशासी अभियंता देवराज भारती का कहना है कि यदि मौसम ने साथ दिया होता तो साच पास को 31 मई तक बहाल कर दिया गया होता। चंबा के उपायुक्त डीसी राणा ने साच दर्रे को यातायात के लिए बहाल करने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि चंबा व पांगी घाटी को जोड़ने वाली सड़क सात महीने बाद फिर से यातायात के लिए खुल गई है। इस सड़क के खुल जाने से जून महीने में पांगी घाटी का प्रस्तावित पंचायत चुनावों को कराने में काफी आसानी होगी।