सहकारी बैंक जनता को राहत देने के लिए योजनाएं बनाएं : सुरेश भारद्वाज

शिमला, 2 जून। शहरी विकास एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज शिमला में कहा कि सहकारिता विभाग और प्रदेश के सहकारी बैंक आम जनता को कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न हुई परिस्थिति में राहत देने के लिए योजनाएं बनाएं।

सुरेश भारद्वाज ने कहा कि सहकारी बैंकों को एनपीए घटाने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों का सहयोग व उत्थान करने के मूल ध्येय पर विशेष ध्यान देना चाहिए। बैठक में हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक, जोगिंद्रा बैंक व कांगड़ा केन्द्रीय कॉपरेटिव बैंक के अधिकारी शामिल हुए।

सुरेश भारद्वाज ने कहा कि गत एक वर्ष में सहकारी बैंकों ने आम लोगों की सहायता के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई हैं। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों द्वारा लोगों को राहत देने के लिए 30,000 से अधिक लोगों को लगभग 450 करोड़ रुपये के ऋण प्रदान किए।

सहकारिता मंत्री ने निर्देश दिए कि सहकारिता विभाग व बैंक योजनाओं का प्रचार-प्रसार करें, जिससे लोगों तक सही जानकारी पहुँच सके और अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में किसानों, बागवानों और छोटे व्यापारियों का कारोबार प्रभावित हुआ है।

सुरेश भारद्वाज ने कहा कि सहकारी बैंकों ने विभिन्न योजनाएं चलाई हैं जिनका अधिक प्रचार नहीं हुआ लेकिन फिर भी काफी लोगों ने उसका लाभ लिया है। सभी बैंक एक-दूसरे द्वारा चलाई गई ऐसी योजनाओं का विश्लेषण कर इनका प्रभावी कार्यान्वयन करें।

उन्होंने कहा की विभिन्न योजनाएं पशुपालन, स्वरोजगार क्रेडिट, स्ट्रीट वेंडर्स के लिए कार्यान्वित की जा रही है जिसमें बैंकों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा की केवल हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारिता बैंक ने कोरोना महामारी में लगभग 10,000 लोगों को लगभग 340 करोड़ रुपये के ऋण आवंटित किए। इसी वर्ष एक अप्रैल से राज्य सहकारी बैंक द्वारा 3655 मामले पारित किए गए, जिसमें 152 करोड़ रुपये का आवंटन हुआ।