धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा आरंभ
शिमला, 2 मार्च। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय द्वारा दिए गए अभिभाषण पर आज से सदन में चर्चा आरंभ हो गई है। चर्चा के पहले दिन सत्तादल भाजपा के विधायकों ने जहां राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के साथ कांग्रेस विधायकों द्वारा की गई बदसलूकी के लिए कांग्रेस की निंदा की वहीं सरकार की उपलब्धियों का भी गुणगान किया।
भाजपा विधायक राजीव बिंदल ने राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया और अभिभाषण के लिए राज्यपाल का आभार जताया। बिंदल ने धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा आरंभ करते हुए राज्यपाल के साथ विधानसभा परिसर में हुई धक्का मुक्की की घटना को शर्मशार करने वाला बताया और कहा कि पूरे देश में इस घटना को लेकर हिमाचल की छवि खराब हुई है। उन्होंने इस घटना की निंदा की। बिंदल ने राज्यपाल के अभिभाषण को सुंदर बताया और कहा कि सरकार ने इसे छापने में कंजूसी की है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बावजूद सरकार की उपलब्धियां इतनी अधिक हैं कि इन्हें अभिभाषण में पूरी जगह नहीं मिल पाई। बिंदल ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए जयराम ठाकुर सरकार ने काबिले तारीफ कदम उठाए हैं और पूरे प्रदेश में इनकी प्रशंसा हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसान, बागवान, गरीब और मजदूर सहित सभी वर्गों की चिंता की है। बिंदल ने ये भी कहा कि कोरोना महामारी के बावजूद सरकार ने विकास नहीं रुकने दिया और कोरोना काल में ही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना पर 717 करोड़ रुपए खर्च किए गए।
मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा ने धन्यवाद प्रस्ताव का अनुसमर्थन किया। उन्होंने विपक्ष को सलाह दी कि पहले राज्यपाल से माफी मांगे फिर सदन मुख्यमंत्री से कांग्रेस सदस्यों को माफ करने की अपील करेगा।
विधायक बलबीर सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी न केवल आचरणहीन है बल्कि नेतृत्वविहीन भी हो गई है। कांग्रेस विधायकों द्वारा आज सदन में विधानसभा उपाध्यक्ष के खिलाफ किए गए हंगामे पर उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा था कि यह सदन नहीं बल्कि कोई कुश्ती का अखाड़ा है।
विधायक सुभाष ठाकुर ने राज्यपाल के अभिभाषण के दस्तावेज को ऐतिहासिक करार दिया। वहीं विक्रम जरयाल ने कहा कि राज्यपाल प्रकरण में कांग्रेस ने जो कृत्य किया वह शर्मसार करने वाला है।
विधायक राजेश ठाकुर ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी भी हिमाचल को शिखर की ओर बढ़ने से नहीं रोक पाई है और यह सब मुख्यमंत्री के गतिशील नेतृत्व से संभव हो सका है। उन्होंने ये भी कहा कि आने वाला समय ही बताएगा कि कौन एक्सीलेंट है और कौन एक्सीडेंटल।
विधायक परमजीत सिंह पम्मी ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण विपक्ष के लिए झूठ का पुलिंदा हो सकता है लेकिन प्रदेश की जनता के लिए ये तथ्यों पर आधारित दस्तावेज है। अभिभाषण पर कल भी चर्चा जारी रहेगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर 4 मार्च को धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देंगे।