शिमला, 30 मई। बिलासपुर जिला के घुमारवीं में पेयजल की कमी को दूर करने के लिए सतलुज नदी से पानी उठाया जाएगा जिसपर लगभग 53 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। भटोली के समीप सतलुज नदी पर बन रहे इनटेक स्ट्रक्चर का आज खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया।
इस अवसर पर उन्होंने बताया कि घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लोगों के पीने के पानी की समस्या का समाधान करने के लिए प्रदेश सरकार ने घुमारवीं के लिए सतलुज नदी से 53 करोड़ रुपये की लगात से निर्मित होने वाली उठाऊ पेयजल योजना स्वीकृत की गई है। उन्होंने कहा कि पेयजल योजना भटोली के पास सतलुज से बनकर तैयार होगी जिसका काम तीव्रता के साथ चला हुआ। उन्होंने बताया कि पेयजल योजना का आधुनिक तकनीक के साथ निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सतलुज नदी से पानी उठाकर दूसरी स्टेज तक ले जाया जाएगा जहां पर ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर पानी की गुणवत्ता, शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाएगा ताकि घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लोगों को गुणवत्तायुक्त शुद्ध जल उपलब्ध करवाया जा सके। उन्होंने बताया कि इस योजना को आगामी जून, 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा।
राजेंद्र गर्ग ने बताया कि घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लिए सतलुज नदी से जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत बनने वाली इस महत्वकांक्षी पेयजल योजना का कार्य युद्धस्तर पर चला हुआ है। पेयजल योजना जिसकी अनुमानित लागत 53 करोड़ रुपये है जिसके तहत 32 करोड़ रुपये की स्वीकृत मिल चुकी है। उन्होंने बताया कि इस योजना का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा इनटेक स्ट्रक्चर है जो नदी के बीच में बनकर तैयार हो रहा है, उसका कार्य लगभग 40 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है। इसके साथ मुख्य जल भण्डारण टैंक जिसकी क्षमता 7 लाख 75 हजार लीटर है उसका कार्य लगभग पूर्ण कर लिया गया है।