विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज और विक्रमादित्य के बीच जबरदस्त कहा-सुनी
शिमला, 2 मार्च। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में आज विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज और कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह के बीच जबरदस्त कहा-सुनी हुई। ये कहा-सुनी उस समय आरंभ हुई जब राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के साथ हुए घटनाक्रम पर अपना पक्षरखने के लिए विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज अपनी सीट पर खड़े हुए। हंसराज के अपना वक्तव्य आरंभ करते ही विपक्षी दल कांग्रेस ने इसका विरोध आंरभ कर दिया। इस दौरान कांग्रेस सदस्य नारे लगाते रहे और इसी दौरान कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह नारे लगाते हुए उपाध्यक्ष की सीट तक जा पहुंचे। विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने इस दौरान अपनी बात कहनी जारी रखी लेकिन विक्रमादित्य सिंह उनके काफी नजदीक पहुंच गए जिसका हंसराज ने विरोध किया। इसी दौरान दोनों के बीच जबरदस्त काहा-सुनी हुई और कांग्रेस विधायकों को बीच बचाव के लिए आना पड़ा, अन्यथा स्थिति काफी गंभीर हो सकती थी।
राज्यपाल प्रकरण पर विपक्ष के वॉकआउट के बाद विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने सदन में प्वाइंट ऑफ ऑर्डर के जरिए अपनी बात रखी और कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह द्वारा उनके साथ किए गए दुर्व्यवहार पर विशेषाधिकार हनन का मामला लाने का विधानसभा अध्यक्ष से मांग की।
विधानसभा उपाध्यक्ष पे कहा कि सदन के भीतर उनके साथ विक्रमादित्य सिंह द्वारा किए गए दुर्व्यवहार निंदनीय है और उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला लाया जाए। हंसराज ने ये भी कहा कि राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के साथ हुई धक्का मुक्की की घटना के बाद उन्हें कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के पदाधिकारियों की ओर से धमकी भरे फोन आ रहे हैं। हंसराज ने कहा कि आज जिस तरह से विक्रमादित्य सिंह ने पूरे सदन के सामने उनके साथ दुर्व्यवहार किया, इस घटना के बाद उनके जीवन को खतरा पैदा हो गया है और विक्रमादित्य सिंह उनके खिलाफ कुछ भी करवा सकते हैं। इसलिए विक्रमादित्य सिंह के साथ खिलाफ तुरंत विशेषाधिकार हनन का मामला लाया जाए।