मौसम के खुलते ही बढ़ी दुश्वारियां
लाहौल स्पिति में न्यूनतम तापमान -18 तक पहुंचा, जलस्रोत जमे
लाहौल घाटी में बीती रात इस मौसम की अब तक सबसे सर्द रात
शिमला, 13 दिसंबर। हिमाचल प्रदेश में चार दिनों तक जनजातीय व अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी थमने से जहां लोगों ने राहत की सांस ली है वहीं मौसम के खुलते ही जनजातीय क्षेत्रों में लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। लाहौल स्पिति में न्यूनतम तापमान -18 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है जिससे जलस्रोत जमने लगे हैं। लाहौल घाटी में बीती रात इस मौसम की सबसे सर्द रात रही। इस दौरान केलांग में न्यूनतम तापमान -10.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि घाटी के कोकसर और लोसर में न्यूनतम तापमान -18 डिग्री से नीचे दर्ज किया जा रहा है। इन इलाकों में तापमान के अत्यधिक गिर जाने के कारण पानी के स्रोत जम गए हैं और लोगों को पीने के पानी के लिए भी कई-कई किलोमीटर दूर जाना पड़ रहा है जिससे इन लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
लाहौल घाटी में बर्फबारी के बाद यातायात पूरी तरह बंद है क्योंकि सड़कें बर्फ से भरी हुई हैं और इन्हें साफ करने का युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया गया है। ये स्थिति स्पिति घाटी के लिए है। किन्नौर जिला में भी लोगों को अभी से खून जमा देने वाली ठंड का सामना करना पड़ रहा है। कल्पा में आज न्यूनतम तापमान -4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि मनाली में न्यूनतम तापमान -2, कुफरी और डलहौजी में 2.1 तथा शिमला में 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में बीते 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम दर्ज किया गया।
इस बीच राज्य में आज मौसम खुल जाने और दिन भर धूप खिले रहने से लोगों ने ठंड से हल्की राहत महसूस की है। हालांकि लोगों को सुबह-शाम कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने राज्य में 19 दिसंबर तक मौसम के साफ बने रहने की संभावना जताई है। हालांकि इस दौरान राज्य के मैदानी इलाकों में कुछ स्थानों पर लोगों को घने कोहरे का सामना भी करना पड़ेगा।