हमीरपुर 13 अक्तूबर
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रोहतांग टनल के लोकार्पण के बाद कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के शिलान्यास की पट्टिका को हटाने के बाद उग्र हुए राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि प्रदेश को बार बार झूठ का झुनझुना थमाने वाली बीजेपी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हकीकत अब प्रदेश की जनता जान चुकी है कि वह सिवाय झूठ के प्रदेश की जनता को कुछ देने वाले नहीं हैं। 28 जून 2010 को यूपीए की अध्यक्षा सोनिया गांधी ने रोहतांग टनल का शिलान्यास किया था। जिसकी पुरानी तस्वीरें व समाचार सोशल मीडिया पर देखे जा सकते हैं। अगर फिर भी बीजेपी या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बात पर भरोसा नहीं है तो वह अपने पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल से पूछ लें क्योंकि उस कार्यक्रम में बतौर मुख्यमंत्री वह भी मौजूद रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे भरोसा है कि कम से कम यूपीए वन और यूपीए टू के कार्यकाल में यह प्रोजेक्ट सेंक्शन हुआ था जिसका 45 फीसदी निर्माण कार्य कांग्रेस कार्यकाल में हो चुका था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोहतांग टनल के उद्घाटन पर तो हिमाचली जनता को यह बता गए कि बीजेपी की सत्ता से पहले जैसे हिमाचल में दुनिया ही नहीं थी और जैसे उन्होंने ही सत्ता में आकर हिमाचल का निर्माण किया हो। राणा ने बीजेपी पर शिलान्यास पट्टिका को हटाने का आरोप जड़ते हुए कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश का निर्माण करवाकर विकास उनके दिलों पर लिखा है और उसी से खौफजदा बीजेपी की सत्ता अब शिलान्यास पट्टिकाओं को तोडऩे-फोडऩे का काम करने लगी है। दूसरे के निर्माण कार्यों को नीचा दिखाने व नजरअंदाज करने की बीजेपी की संकीर्ण मानसिकता हमेशा से रही है। बीजेपी ने सत्ता में आते ही इतिहास से छेड़छाड़ करके जनता को गुमराह करने का गुनाह किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने शिलान्यास पट्टिका को हटाने पर जो तथ्य व सबूत दिए हैं वह बिल्कुल सही हैं। अगर बीजेपी को निर्माण कार्यों का श्रेय लेने का इतना ही शौक है तो हमीरपुर में पिपलु-बंगाणा टनल का धूल फांक रहे शिलान्यास पर निर्माण कार्य करें। इसका उद्घाटन भी प्रेम कुमार धूमल ने किया था। राणा ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर की चेतावनी को बीजेपी सरकार हल्के में न ले। अगर रोहतांग टनल पर जल्द से जल्द सोनिया गांधी की शिलान्यास पट्टिका स्थापित नहीं की गई तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर उग्र प्रदर्शन करेगी जिसकी जिम्मेदारी व जवाबदेही जयराम सरकार की होगी।