हिमाचल के कुल्लू में दो जगह बादल फटे
रामपुर में बाढ़ का खतरा, 19 अगस्त तक अलर्ट, 323 सड़कें बंद, 2,031 करोड़ का नुकसान
शिमला, 13 अगस्त।
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून लोगों को।लगातार डरा रहा है। कुल्लू जिला के बंजार व आनी-निरमंड उपमंडल में बुधवार को दो अलग-अलग जगह ऊंची पहाड़ियों पर बादल फटे। पहली घटना बठाहड़ क्षेत्र में और दूसरी श्रीखंड महादेव भीम डवारी इलाके में हुई। इनसे तीर्थन घाटी व आसपास के कई निचले ग्रामीण इलाकों में पानी और मलबा भर गया। प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से कई गांव खाली करवाए हैं।
आनी की क़ुर्पण खड्ड में बाढ़ आने से एक पैदल पुल क्षतिग्रस्त हो गए। हालांकि अभी तक किसी तरह के जानी नुकसान की सूचना नहीं है। डीसी कुल्लू तोरुल एस. रवीश ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में टीमें भेज दी गई हैं और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
इस बीच कुल्लू की ऊंची चोटियों पर बादल फटने के बाद शिमला जिला के रामपुर के नानंटी क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। गानवी खड्ड उफान पर है, हालांकि अभी तक किसी तरह की जानमाल की हानि नहीं हुई है।
इस दौरान बीती रात और बुधवार को कुछ क्षेत्रों में बारिश से राहत जरूर मिली लेकिन खतरा टला नहीं है। मंडी जिला के बलद्वाडा में सर्वाधिक 31 मिमी, सोलन के कसौली में 23 मिमी, बिलासपुर के नैना देवी में 18 मिमी और शिमला के सराहन में 15 मिमी वर्षा दर्ज हुई। राजधानी शिमला में शाम के समय झमाझम वर्षा हुई।
मौसम विभाग ने बुधवार रात लाहौल स्पीति व किन्नौर को छोड़कर शेष सभी 10 जिलों में भारी वर्षा का ओरेंज अलर्ट जारी किया है। 14 अगस्त को चंबा, कांगड़ा और मंडी में भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट और ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कुल्लू, शिमला, सोलन व सिरमौर में येलो अलर्ट जारी किया है। 15 अगस्त को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला व सिरमौर में भारी वर्षा का येलो अलर्ट है। 16 अगस्त को चंबा, कांगड़ा, मंडी व शिमला में येलो अलर्ट और 17 अगस्त को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी व शिमला में भारी वर्षा का येलो अलर्ट है।
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भूस्खलन से दो एनएच व 323 सड़कें बंद
भारी वर्षा के चलते हुए भूस्खलन के कारण बुधवार शाम तक राज्य में 2 नेशनल हाइवे—305 (कुल्लू के जहेड-खनाग) और 505 (लाहौल-स्पीति) के अलावा 323 सड़कें बंद रहीं। इनमें मंडी में 179, कुल्लू में 70, कांगड़ा में 25, चंबा में 13 और सिरमौर में 11 सड़कें शामिल हैं। राज्य में अभी 70 ट्रांसफार्मर ठप हैं। इसके अलावा 130 पेयजल योजनाएं भी ठप्प हैं।
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मौनसून सीजन में अब तक 241 मौतें, 2,205 घर क्षतिग्रस्त
इस मौनसून सीजन में अब तक 241 लोगों की मौत हो चुकी है, 36 लोग लापता हैं और 326 लोग घायल हुए हैं। अब तक 2,205 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 523 पूरी तरह ढह गए।सरकारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में मौनसून से अब तक 2,031 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।