हिमाचल में फिर बरसी आसमानी आफत
मौसम विभाग का 30 जुलाई को राज्य के 4 जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट
अगले एक सप्ताह तक राज्य में जारी रहेगा भारी वर्षा का दौर
हिमाचल में एक राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 357 सड़कें अबरुद्ध
शिमला, 29 जुलाई।
हिमाचल प्रदेश में आसमानी आफत का कहर थम नहीं रहा है। राज्य में बीती रात एक बार फिर मंडी जिला आसमानी आफत का शिकार बना और मंडी जिला मुख्यालय में दो स्थानों पर बादल फटने व भारी से बहुत भारी वर्षा के चलते भारी तबाही हुई और जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। बादल फटने की इस घटना में तीन लोगों की जान चली गई जबकि दर्जनों गाड़ियां बर्बाद हो गई। जानकारी के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान मंडी शहर में ही 198.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई जबकि पंडोह में 124, कटौला में 89.1, देहरा गोपीपुर में 74, बरठीं में 72.4, नौदान व ऊना में 72, सुजानपुर में 66, काहू में 59, रायपुर मैदान में 55.6, नेरी में 54.5, अंब में 50, मुरारी देवी में 49.4 और पालमपुर में 47.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। हिमाचल प्रदेश में इस भारी से बहुत भारी वर्षा के चलते एक राष्ट्रीय राजमार्ग और 357 अन्य सड़कें अवरुद्ध हैं। इसके अलावा बिजली के 182 ट्रांसफार्मर और 179 पेयजल योजनाएं भी ठप्प हैं।
मौसम विभाग ने 30 जुलाई को राज्य के चार जिलों कुल्लू, मंडी, चंबा और कांगड़ा में भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा विभाग ने ऊना, हमीरपुर, शिमला और सिरमौर जिलों में भी भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार प्रदेश में अगले एक सप्ताह तक भारी वर्षा का दौर जारी रहने की संभावना है। विभाग के अनुसार पहली और 2 अगस्त को राज्य में वर्षा संबंधी गतिविधियों में तेजी आएगी और यह अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगी।
हिमाचल प्रदेश में मौनसून से जुड़ी घटनाओं में अभी तक 170 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 36 अभी भी लापता हैं। राज्य में मौनसून की बाढ़, बादल फटने और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण 1200 करोड रुपए से अधिक का नुकसान हो चुका है।