हिमाचल हाईकोर्ट द्वारा एनडीपीएस एक्ट पर कार्यशाला का आयोजन
मुख्य न्यायाधीश ने युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता जताई
शिमला, 21 मार्च। हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एल नारायण स्वामी ने युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि नशा हिमाचल ही नहीं बल्कि पूरे विश्व की एक बड़ी समस्या बन गई है। मुख्य न्यायाधीश आज हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण और प्रदेश जूडिशयल अकादमी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित मादक दवाओं और नशीले पदार्थ एक्ट (एनडीपीएस) को लेकर आयोजित एकदिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि जो व्यक्ति एक बार नशे की दलदल में फंस जाता है वह फिर इसका आदी हो जाता है, वह कानून की नजर में जाने-अनजाने में भी दोषी बन जाता है और उसे नशे से बाहर निकालना बेहद मुश्किल काम है। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि समाज के सभी लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में युवाओं को जागरुक किया जाना चाहिए ताकि इससे बचा जा सके। उन्होंने कहा कि कानून में सभी को अच्छे से रहने, खाने और स्वस्थ का अधिकार दिया गया है। इसलिए हमें नशे की रोकथाम के लिए और युवाओं को जागरूक करने के लिए कार्य करना होगा।
कार्यशाला में हाईकोर्ट के अन्य न्यायाधीशों, प्रदेश पुलिस महानिदेशक और शिमला जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे।