मुकेश अग्निहोत्री ने जयराम सरकार के ऑनलाइन कार्यक्रमों को नौटंकी करार दिया, कहा कोरोना कंट्रोल में ध्यान लगाए सरकार

प्रतिपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने जयराम सरकार के ऑनलाइन कार्यक्रमों को नौटंकी करार दिया है और कहा सरकार इन ढकोसलों की बजाए अपना ध्यान कोरोना कंट्रोल में लगाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना फ़न फैला रहा है इसलिए सरकार और मंत्री राजनीति को त्याग कर राज्य हित में काम करें। उन्होंने बीते कुछ रोज़ में ज़्यादा मामले आने को सरकार की बिफलता करार दिया। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि फ़र्ज़ी आँकड़े परोस कर प्रदेश की तरक़्क़ी दिखाना सही नही है। दलील दी कि मौजूदा सरकार ने विधायकों के संस्थान को क़मजोर किया है। विधायक प्राथमिकता के कामों पर हारे- नाकारे लोगों के नामों की पाटिकाएँ लगाई जाती हैं।उन्होंने कहा कि सत्ता परिवर्तन पर इन सब पाटिकायों को हटाया जाएगा । उन्होंने कहा कि असेवँधानिक ताक़तों को तरजीह देने वाले अफ़सरों को भी आने वाले समय में सख़्ती से निपटा जाएगा।सवाल किया जब वीरभद्र शासन में भाजपा ऑनलाइन कार्यक्रमों की विरोधी थी तो आज किस तरह सामूहिक शिलान्यासों और उदघाटनों को वाजिब ठहराती है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा की ऑनलाइन और वर्चूअल कार्यक्रम बहुत महँगे पड़ रहे हैं। हाल ही में वनमहोत्सव के दौरान पीटरहोफ में मुख्यमंत्री द्वारा लगाया एक वृक्ष जिस तरह आन लाइन राज्य में लिंक किया एवं प्रचार किया उस पर लगभग 45 लाख खर्च किए गए क्या कोरोना काल में यह काम करने का तरीक़ा है ? उन्होंने कहा कि कोरोना में कुछ लोग नाजायज़ तरीक़े से धन शोधन में लगे हैं इन पर नकेल डाली जानी चाहिए और प्रदेश में जिस तरीक़े से माफिया पनपा है यह चिंतनिय है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा सरकार ने पिछले कुछ अरसा में आलोकप्रिय निर्णयों की झड़ी लगा दी है। मुख्यमंत्री का कहना की भारी मन से किराया बढ़ाया। जनता भी भारी मन से भाजपा सरकार को समय आने पर बाहर का रास्ता दिखायगी। उन्होने राशन महँगा करने और सब्सिडी कम करने पर एतराज जताया और बिजली और सफ़र महँगा करने की भी निंदा की। अग्निहोत्री ने आलोक प्रिय निर्णय पलटने की माँग की और कोरोना कंट्रोल पर ध्यान देने की हिमायत की।