भाजपा ने कांग्रेस के बागियों को थमाए टिकट अब भाजपा में बगावत, मारकंडा ने छोड़ी भाजपा, कांग्रेस से चुनाव लड़ने का ऐलान
शिमला, 26 मार्च। हिमाचल प्रदेश में पहली जून को होने वाले 6 विधानसभा उपचुनाव में विपक्षी दल भाजपा ने कांग्रेस के सभी 6 बागियों को चुनाव मैदान में उतार दिया है। भाजपा ने अपने वायदे के मुताबिक इन सभी 6 बागी कांग्रेस विधायकों को उन्हीं के चुनाव क्षेत्रों से पार्टी टिकट थमाया है। पार्टी के सबसे वरिष्ठ विधायक सुधीर शर्मा को धर्मशाला से, राजेंद्र राणा को सुजानपुर से, इंद्र दत्त लखनपाल को बड़सर से, रवि ठाकुर को लाहौल स्पीति से, देवेंद्र भुट्टो को कुटलैहड़ से और चैतन्य शर्मा को गगरेट से भाजपा ने उपचुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है। इसी के साथ राज्य में भाजपा ने उपचुनाव के लिए टिकट घोषित करने में भी बाजी मार ली है। इसके विपरीत दूसरी ओर राज्य में सत्ता दल कांग्रेस लोकसभा उम्मीदवारों की तर्ज पर विधानसभा उपचुनाव के लिए भी उम्मीदवारों की तलाश में है और और उसकी नज़रें भाजपा के बागियों पर टिकी हुई है। क्योंकि कांग्रेस के जीते हुए विधायकों को भाजपा पहले ही अपना बना चुकी है। ऐसे में कांग्रेस के पास उम्मीदवारों का संकट है। भाजपा द्वारा लोकसभा की सभी चार सीटों तथा विधानसभा उपचुनाव की सभी 6 सीटों पर पार्टी उम्मीदवार घोषित कर दिए जाने के बावजूद कांग्रेस को उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं इस बीच विपक्षी दल भाजपा द्वारा विधानसभा की 6 सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस के बागियों को टिकट थमाने के बाद अब भाजपा में भी बगावत का बिगुल बज गया है। लाहौल स्थित से भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक डॉ. रामलाल मारकंडा ने भाजपा छोड़ने का ऐलान किया है और कांग्रेस से चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर दी है। यही नहीं लाहौल स्पीति भाजपा ने रवि ठाकुर को पार्टी का टिकट दिए जाने के विरोध में एकजुटता दिखाते हुए जिले के तमाम भाजपा पदाधिकारियों ने अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है ताकि पार्टी नेतृत्व पर टिकट के फैसले को लेकर दबाव बनाया जा सके। साल 2017 में रामलाल मारकंडा लाहौल स्पीति से विधायक थे। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे रवि ठाकुर ने उन्हें चुनाव हरा दिया। अब रवि ठाकुर उपचुनाव में भाजपा से प्रत्याशी हैं। रामलाल मारकंडा ने छात्र राजनीति की शुरुआत एनएसयूआई से ही की थी। बॉक्स पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने दिया धोखा डॉ रामलाल मारकंडा ने केलांग में पत्रकारों से बातचीत करते हुए रवि ठाकुर को टिकट दिए जाने पर खेद जताते हुए कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें लाहौल जाने और लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के लिए वोट मांगने का आदेश दिया था। इसके बावजूद उन्होंने पार्टी नेतृत्व से पूछा की कहीं भाजपा में आए कांग्रेस के बागी रवि ठाकुर को टिकट तो नहीं दिया जा रहा है। मारकंडा ने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें विश्वास दिलाया था कि पार्टी टिकट उन्हें ही मिलेगा। इसके बावजूद आज भाजपा के नेतृत्व ने रवि ठाकुर को पार्टी का उपचुनाव में टिकट दे दिया जो सरासर गलत है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के बागी विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट डालने के लिए 50-50 करोड़ रुपए की रिश्वत ली है और इस बात का दवा स्वयं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तथा माकपा नेता राकेश सिंघा ने किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है जिस पर अपना राज्यसभा का वोट बेचने के लिए 50 करोड़ रुपए लेने का इल्जाम है। डॉक्टर रामलाल मारकंडा ने घोषणा की कि वह चुनाव लड़ेंगे और वह यह चुनाव लाहौल स्पीति के भविष्य के लिए लड़ेंगे ना कि अपने भविष्य के लिये। बॉक्स एनएसयूआई ने किया रवि ठाकुर का विरोध इस बीच आज शिमला में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करने के लिए रिज मैदान स्थित आशियाना में पहुंचे कांग्रेस के बागी विधायक व अब भाजपा के लाहौल-स्पीति से उम्मीदवार रवि ठाकुर को कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। एनएसयूआई के ये कार्यकर्ता अचानक पत्रकार वार्ता स्थल पर पहुंचे और रवि ठाकुर के विरोध में नारेबाजी की। एनएसयूआई के इन कार्यकर्ताओं ने पत्रकार वार्ता स्थल पर घुसने का प्रयास भी किया जिन्हें भाजपा के पदाधिकारियों और बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने मुश्किल से रोका। इस दौरान माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया था।