कर्मचारियों को फिर निराश कर गए सुक्खू, भड़के कर्मचारी संगठन
बजट और हिमाचल दिवस पर घोषणा के बावजूद अभी तक नहीं मिला डीए
हिमाचल में अभी तक कर्मचारियों का 13 प्रतिशत डीए पेंडिंग
शिमला, 16 अगस्त।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर डीए की उम्मीद लगाए बैठे हिमाचल प्रदेश के 2 लाख से अधिक कर्मचारियों और 1.90 लाख से अधिक पेंशनरों को प्रदेश की सुक्खू सरकार ने एक बार फिर निराश किया है। हिमाचल में कर्मचारियों का पेंडिंग डीए 13 प्रतिशत तक पहुंच गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसी साल अपने बजट भाषण में कर्मचारियों को तीन प्रतिशत डीए और 3 अप्रैल को हिमाचल दिवस के मौके पर एक बार फिर 3 प्रतिशत डीए देने की घोषणा की थी। लेकिन यह दोनों ही घोषणाएं आज दिन तक सिरे नहीं चढ़ी। ऐसे में प्रदेश के लाखों कर्मचारियों और पेंशनरों को उम्मीद थी कि 15 अगस्त के मौके पर सुक्खू डीए देने की घोषणा कर सकते हैं लेकिन उनकी यह उम्मीद भी अब टूट गई है।
इस बीच हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी सेवाएं महासंघ के तीनों गुटों ने राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस के मौके पर डीए की घोषणा नहीं होने पर नाराजगी और निराशा जताई है। प्रत्येक कर्मचारी संगठन का कहना है कि अब सरकार को चाहिए कि सरकार को लंबित डीए की किश्तें चरणबद्ध ढंग से देना शुरू करनी चाहिए। वर्तमान सरकार से कर्मचारियाें को डीए की केवल दो किश्तें 4-4 प्रतिशत की मिली है। उसके बाद अब 4-4-3-2 प्रतिशत के साथ कुल 13 प्रतिशत डीए लंबित हो चुका है। केंद्र सरकार की ओर से जुलाई की किश्त घोषित होने पर डीए का बोझ और अधिक बढ़ जाएगा। केंद्रीय कर्मचारियों को मिल रहा डीए 55 प्रतिशत पहुंच चुका है, जबकि प्रदेश का कर्मचारी वर्ग 42 प्रतिशत डीए पर खड़ा है।
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डीए की किस्त मिलनी चाहिए थी
महासंघ की त्रिलोकगुट के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर का कहना है कि बढ़ती महंगाई के बीच समय पर डीए की किस्त मिलनी चाहिए थी। जोकि कर्मचारियों के लिए एक राहतकारी कदम होना था। इससे त्यौहारी सीजन में आर्थिक सहूलियत और परिवार की आवश्यकताओं की पूर्ति हो सकती थी।
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महासंघ के दूसरे गुट के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर का कहना है कि कर्मचारियों को आस थी कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री डीए जारी करने की घोषणा करेंगे। लेकिन ऐसा नहीं होने से कर्मचारी वर्ग को निराशा हाथ लगी है।
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घोषणा के लिए किसी दिवस की जरूरत नहीं
महासंघ के तीसरे गुट के अध्यक्ष विनोद ठाकुर का कहना है कि सरकार को चाहिए कि डीए की किश्तें देने की प्रक्रिया को शुरू करे। कर्मचारी वर्ग चाहता है कि उनको हो रहे वित्तीय नुकसान के बारे में सरकार गंभीरतापूर्वक विचार करे। डीए देने के लिए स्वतंत्रता दिवस और अन्य किसी तरह के दिवस की आवश्यकता नहीं है।
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कर्मचारी वर्ग निराश
हिमाचल प्रदेश सचिवालय कर्मचारी सेवाएं महासंघ अध्यक्ष संजीव शर्मा का कहना है कि डीए की किश्त जारी करने के संबंध में सचिवालय कर्मचारी संगठन पहले मुख्य सचिव और उसके बाद मुख्यमंत्री से मिला था। अब कर्मचारी वर्ग को निराशा हाथ लगी है। अभी तक सरकार ने डीए की दो किश्तें ही दी है।