हिमाचल सरकार के तीन साल
विपक्ष को संतुष्ट करना हमारी प्राथमिकता नहीं : जयराम ठाकुर
शिमला, 26 दिसंबर। हिमाचल प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार के कल 27 दिसंबर को सत्ता में तीन साल पूरे हो रहे हैं। सत्ता में तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज शिमला में एक पत्रकार वार्ता में जहां अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई वहीं विपक्ष पर भी जमकर हमला बोला। इस मौके पर जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष को संतुष्ट करना उनकी सरकार की प्राथमिकता नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने प्रदेश के लिए जो उपलब्धियां हासिल की हैं वह कांग्रेस जिंदगी भर नहीं कर पाएगी। जयराम ठाकुर ने ये भी दावा किया कि उनकी सरकार ने सत्ता में आने के बाद राज्य में राजनीतिक प्रतिशोध की संस्कृति को खत्म किया है। मुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी से प्रदेश की आर्थिकी बुरी तरह प्रभावित होने की बात स्वीकारते हुए कहा कि भले ही उनकी सरकार को सत्ता में आए तीन साल का समय हो गया लेकिन असल में काम करने के लिए उन्हें केवल दो ही साल मिले जबकि एक साल कोरोना महामारी की भेंट चढ़ गया।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के पास बीते तीन सालों में एक भी स्थायी मुद्दा नहीं रहा। उन्होंने विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री की भाषा शैली पर कई आपत्ति जताई और कहा कि उन्होंने जो सीखा है वही बोल रहे हैं इसलिए उनकी भाषा पर वह टिप्पणी ही नहीं करना चाहते। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश के विकास के लिए ईमानदारी से काम कर रही है और आगे भी करती रहेगी।
विपक्ष पर हर बात पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी सरकार बदला-बदली की भावना में विश्वास नहीं रखती है। यही कारण है कि सत्ता संभालने पर उनकी सरकार ने प्रतिशोध की भावना से काम करने की संस्कृति को छोड़कर पहला फैसला बुजुर्गों को समर्पित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने लॉकडाउन खत्म होने के बाद अकेले 3500 करोड़ रुपए से अधिक की विकास योजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास किए। जबकि मंत्रियों ने अलग से विकास योजनाओं को जनता को समर्पित किया। जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्होंने अकेले हरौली विधानसभा क्षेत्र में 400 करोड़ रुपए के उद्घाटन व शिलान्यास किए तथा यहां के विकास को नई सकल दी। इसी तरह शिमला ग्रामीण में 100 करोड़ रुपए की जबकि अर्की में 103 करोड़ रुपए के उद्घटन व शिलान्यास किए।
मुख्यमंत्री ने अपने संवाददाता सम्मेलन के दौरान अधिकांश समय विपक्ष को निशाने पर रखा। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस पर अपनी ही पार्टी को लूटने का आरोप भी लगाया और कहा कि प्रदेश कांग्रेस ने अपनी ही पार्टी के हाईकमान को 12 करोड़ रुपए के मास्क, सेनेटाइजर और अन्य सामान का फर्जी बिल भेज दिया। उन्होंने कांग्रेस नेताओं खासकर मुकेश अग्निहोत्री को सलाह दी की वह सरकार के खिलाफ बोलने से पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखें।
जयराम ठाकुर ने माना कि कोरोना महामारी के कारण प्रदेश की आर्थिकी बुरी तरह लड़खड़ाई है और चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में राजस्य प्राप्ति में 54 प्रतिशत, जबकि दूसरी तिमाही में 37 प्रतिशत का घाटा हुआ। हालांकि तीसरी तिमाही में ये घाटा कम होकर 11 फीसदी रह गया है। उन्होंने आने वाले समय में केंद्रीय सहायता के रूप में 3 से 4 हजार करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद जताई। मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि 2020-21 के दौरान उनकी सरकार 3700 करोड़ रुपए पूर्व कांग्रेस सरकार द्वारा लिए गए ऋणों पर खर्च कर चुकी है। वर्ष 2021 में प्रदेश सरकार को 9870 करोड़ रुपए का ऋण वापिस करना है जो पूर्व सरकार ने लिया था। उन्होंने ऋण लेने पर कांग्रेस द्वारा की जा रही हाय तौबा पर कहा कि उनकी सरकार कोरोना महामारी के कारण आई मंदी के चलते ऋण लेने के लिए मजबूर है लेकिन कांग्रेस ने सिर्फ मौज मस्ती के लिए ही प्रदेश को ऋणों तले दबा दिया। जयराम ठाकुर ने माना कि ऋण लेना अब प्रदेश की सभी सरकारों के लिए विवशता बन गई है और भविष्य में बिना ऋण के काम नहीं चल सकेगा।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि धर्मशाला में आयोजित इंवेस्टर मीट में 96 हजार करोड़ रुपए के जो एमओयू हस्ताक्षरित किए गए थे उनमें से 13 हजार करोड़ रुपए के निवेश की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी हो चुकी है तथा 10 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं पर काम शुरू भी हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार इंवेस्टर मीट में हस्ताक्षरित एमओयू से पीछे नहीं हटी है और जल्द ही एक और बड़ी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी होने जा रही है।