छात्र अपहरण मामला
प्रदेश की राजधानी के पॉश इलाके से अपहरण पुलिसिंग और कानून व्यवस्था पर सवाल: जयराम ठाकुर
बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम करें सरकार
शिमला, 11 अगस्त।
नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था किस तरीके से खराब है आए दिन इसकी कोई ना कोई नजीर सामने आती है। रक्षाबंधन के त्यौहार के दिन शहर के बीचो-बीच एक नामी स्कूल से तीन बच्चों का अपहरण हो जाना और अपहरणकर्ता द्वारा उन्हें शहर के हर प्रमुख चौराहे से होकर लगभग 50 किलोमीटर दूर तक ले जाने में कामयाब होना राजधानी की पुलिसिंग पर बहुत गंभीर सवाल है। जयराम ठाकुर ने सोमवार को शिमला में कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब है और अराजक तत्व खुलेआम घूम रहे हैं। इसके पहले भी पिछले महीने ऊना में हुए जघन्य हत्याकांड में जिस तरीके से इंटरनेशनल माफियाओं की एंट्री और सोशल मीडिया पर खुलेआम धमकी का मामला सामने आया, उस घटना ने प्रदेश की कानून व्यवस्था के जर्जर होने और माफियाओं के गैंग के सक्रिय होने की सारी कहानी कह दी। लेकिन प्रदेश की राजधानी में तीन बच्चों के एक साथ हुए अपहरण ने प्रदेश में लोगों की नींद हराम कर दी हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सभी अपहृत छात्र सकुशल बरामद हो गए जो अच्छी बात है। उनकी खोजबीन में जुटे पुलिस कर्मियों की मेहनत और आम लोगों का सहयोग रंग लाया। फिर भी सवाल वही है कि त्यौहार के दिन, दिन दहाड़े तीन- तीन छात्रों का अपहरण कैसे हुआ? पुलिस कहां थी? त्योहारों की वजह से प्रदेश की पुलिस को और भी चौकसी बरतनी चाहिए थी? एक व्यक्ति शहर में हथियार लेकर घूम रहा था। आगे जाकर वही व्यक्ति तीन-तीन छात्रों को किडनैप करता है और शहर के सभी प्रमुख पुलिस चेक पोस्ट से होकर गुजरता है। लेकिन सभी जगह बिना किसी रूकावट के आगे बढ़ जाता है। इस दौरान वह कम से कम 10 पुलिस चेक पोस्ट से गुजर कर अपने मकसद में कामयाब होता है। इस तरीके की घटना शहर की पुलिसिंग पर बहुत गंभीर सवाल खड़े करती है। लोग डरे हैं। अपने बच्चों को स्कूल छोड़ते वक्त उनके मन में सैकड़ों सवाल उठ रहे हैं। स्कूल जा रहे अभिभावकों की विश्वास बहाली और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार और पुलिस की प्राथमिकता होनी चाहिए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि एक साथ दिनदहाड़े शिमला जैसी जगह से तीन-तीन बच्चों का अपहरण हो जाना हिमाचल प्रदेश के लिए कोई आम घटना नहीं है।