कुंजम दर्रे पर भटके पर्यटक

कुंजम दर्रे पर भटके पर्यटक

पुलिस ने आधी रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला बचाई जान

शिमला, 3 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल स्पिति के प्रसिद्ध कुंजम दर्रे पर बीती रात रास्ता भटक गए दो पर्यटकों को लाहौल स्पिति जिला पुलिस द्वारा आधी रात तक चलाए गए रैस्क्यू ऑपरेशन में सफलतापूर्वक बचा लिया गया। ये पर्यटक स्पिति के काजा की ओर से कुंजम दर्रे को पार करने का प्रयास कर रहे थे और इस दौरान रास्ता भटक गए। रास्ता भटके इन पर्यटकों की पहचान राहुल और विक्रांत के रूप में हुई है जो हरियाणा के रेवाड़ी जिला के नांगल पठानी कस्बे के रहने वाले बताए गए हैं।

जानकारी के मुताबिक लाहौल स्पिति जिला पुलिस को गत देर सायं दो पर्यटकों के कुंजम दर्रे की ओर जाने और इनके रास्ता भटक जाने की सूचना मिली। पुलिस को ये सूचना रात लगभग 9 बजकर 20 मिनट पर मिली। इस पर लाहौल स्पिति के पुलिस अधीक्षक मानव वर्मा ने तुरंत ही स्पिति के काजा से एक रेस्क्यू टीम का गठन कर उसे कुंजम दर्रे की ओर इन पर्यटकों की खोज में रवाना किया। जानकारी के मुताबिक खोजी दल का आधी रात के आसपास इन पर्यटकों से संपर्क स्थापित हो गया। इसके बाद इन दोनों पर्यटकों को रेस्क्यू टीम सुरक्षित काजा वापिस ले आई। ये दोनों युवा पर्यटक कुंजम दर्रे को पार कर लाहौल घाटी की ओर बढ़ने का प्रयास कर रहे थे। जिला पुलिस अधीक्षक ने इन पर्यटकों को सुरक्षित रेस्क्यू करने और दोनों का स्वास्थ्य ठीक होने की पुष्टि की है। पुलिस दल ने दोनों पर्यटकों का रेस्क्यू करने के बाद काजा में मेडिकल चेकअप भी करवाया। इन पर्यटकों को रेस्क्यू करने वाली टीम का नेतृत्व एएसआई चुंग राम ने किया। टीम के अन्य सदस्यों में हेड कांस्टेबल प्रवीण कुमार, कांस्टेबल विनोद कुमार, कांस्टेबल नवीन कुमार, कांस्टेबल दिनेश कुमार, बीआरओ के राजेंद्र सिंह, पासंग, तासी, सोनम तासी, छेरिंग छोपेल और तेंजिन लकडोर शामिल है।

कुंजम दर्रा लाहौल और स्पिति घाटी को आपस में जोड़ता है। ये दर्रा समुद्र तल से 14931 फुट की ऊंचाई पर स्थित है और यहां अक्सर लोगों को मौसम की विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। इस दर्रे पर इन दिनों न्यूनतम तापमान -15 से -20 डिग्री तक रहता है। ऐसे में इसे खासकर रात के समय पार करना जानलेवा साबित हो सकता है। इस घटना के बाद लाहौल स्पिति जिला पुलिस ने कुंजम दर्रे की ओर जाने वाले पर्यटकों को आगाह किया है और दर्रे को पार करने की स्थिति में पहले स्थानीय प्रशासन तथा पुलिस को सूचित करने की भी अपील की है ताकि किसी भी विपरीत परिस्थिति में उन्हें मदद पहुंचाई जा सके।