राज्यपाल बदसलूकी प्रकरण

राज्यपाल बदसलूकी प्रकरण

शिमला, 2 मार्च। हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रह चुके और वरिष्ठ कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह ने प्रदेश विधानसभा में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के साथ हुई बदसलूकी के मामले में कांग्रेस विधायकों का बचाव किया है। वीरभद्र सिंह ने आज शिमला में अपने निजी आवास हॉलीलॉज में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल से इतनी ज्यादा अभद्रता भी नहीं की है जिसके लिए उन्हें पूरे बजट सत्र के लिए ही सदन से बाहर कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक सभ्य हैं और वह अभद्रता की सोच नहीं रखते हैं।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में इस तरह की चीजें होती रहती हैं लेकिन सत्तापक्ष व विपक्ष दोनों को आगे बढ़कर सदन को शांतिपूर्ण ढंग से चलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष और विपक्ष ही सरकार चलाते हैं तथा देश व प्रदेश के लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतर सकते हैं। ऐसे में विपक्ष के लोगों के साथ सरकार को दुश्मनों जैसा व्यवहार नहीं करना चाहिए और उनकी बातों को ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए क्योंकि विपक्ष का काम ही सरकार की कमियां निकालना है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि मिल बैठकर कोई बीच बचाव का रास्ता निकालें जिससे सदन का गतिरोध समाप्त हो और सदन के भीतर सार्थक चर्चा हो सके।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से खुद अपील करेंगे कि वह इस गतिरोध को खत्म करने के प्रयास किए जाएं ताकि प्रदेश हित के मुद्दों पर सदन में चर्चा हो और सौहार्दपूर्ण माहौल बने।

राहुल गांधी परिपक्व नेता

वीरभद्र सिंह ने पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के नेतृत्व की वकालत की और कहा कि राहुल गांधी वक्त के साथ परिपक्व नेता हो गए हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी में पार्टी को एक बार फिर एकजुट कर सत्तासीन करने की क्षमताएं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विरोधियों ने राहुल गांधी के खिलाफ देश भर में अवधारणा का माहौल तैयार किया है जबकि राहुल गांधी एक ईमानदार व निष्पक्ष नेता हैं। वीरभद्र सिंह ने उम्मीद जताई कि कांग्रेस पार्टी एक बार फिर देश में मजबूती से सत्ता में लौटेगी। उन्होंने ये भी दावा किया कि हिमाचल में भी वर्ष 2022 में कांग्रेस ही सरकार बनाएगी। वीरभद्र सिंह ने ये भी कहा कि वह खुद भी पूरी ताकत के साथ वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।