सांसद रामस्वरूप शर्मा की मौत का मामला

सांसद रामस्वरूप शर्मा की मौत का मामला

दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट पर ही कोई कदम उठाएगी सरकार : जयराम ठाकुर

शिमला, 19 मार्च। सांसद रामस्वरूप शर्मा की रहस्यमयी परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में हिमाचल प्रदेश सरकार दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट आने के बाद ही कोई कदम उठाएगी। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री द्वारा प्वाइंट आफ आर्डर के जरिए मामला उठाने के बाद कही। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज किया है और सभी सबूत भी मौके से एकत्र किए हैं। ऐसे में अभी हमें इस मामले में कोई भी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने दिवंगत सांसद रामस्वरूप शर्मा की मौत के मामले में सोशल मीडिया पर की जा रही तरह-तरह की टिप्पणियों को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया में इस मामले पर जो कहा जा रहा है, उससे बचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रामस्वरूप शर्मा के निधन को लेकर सोशल मीडिया में की जा रही टिप्पणियों से परिवार को पीड़ा हुई है और करीबी और संगठन के लोगों ने भी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि जाने वाले चले गए और इससे पूरे प्रदेश को नुकसान हुआ है। परिवार सदमे में है और वे परिवार के सदस्यों से मिले हैं। उन्होंने कहा कि परिवार के सदस्यों ने कहा कि रामस्वरूप शर्मा अस्वस्थ चल रहे थे और प्रोस्टेट की समस्या थी तथा यूरिन में ब्लड भी आ रहा था। इसका इलाज भी चल रहा था। उन्होंने कहा कि राम स्वरूप शर्मा के निधन का स्वास्थ्य ही एक बड़ा कारण रहा, जो अभी तक परिवार के सदस्य बता रहे हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि रामस्वरूप शर्मा पालमपुर में कायाकल्प भी गए थे और इसके बाद उनका काफी वजन घट गया था। उन्होंने कहा कि इस मामले पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।

इससे पूर्व, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सांसद रामस्वरूप शर्मा की संदिग्ध मौत के मामले को विधानसभा में उठाया। उन्होंने कहा कि सुसाइड नोट नहीं मिला है और न ही कोई स्टेटमेंट मिली है। लोग हैरत में हैं कि सादगी से भरा व्यक्ति, जिसने चार दिन पहले कोविड वेक्सीन ली, वह एकाएक ऐसा कदम कैसे उठा सकता है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति कोविड वैक्सीन लगवा रहा है, वह जीने की चाहत रखता होगा।

अग्निहोत्री ने कहा कि सदन में इस संबंध में स्टेटमेंट दी जानी चाहिए और सदन को सारी स्थिति से अवगत करवाया जाए। उन्होंने कहा कि जब सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या की जांच हो सकती है तो सांसद की आत्महत्या की जांच क्यों नहीं हो रही। यदि बेटे ने कहा कि जांच हो, प्रदेश की जनता कह रही है कि जांच हो, तो इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले की सीबीआई से जांच करवानी चाहिए।

संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि यदि परिजन चाहेंगे तो हिमाचल सरकार सीबीआई जांच को लिखेगी। उन्होंने कहा कि रामस्वरूप शर्मा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्यक्तिगत रूप से जानते थे।