सराज त्रासदी पर छलका जयराम ठाकुर का दर्द 

सराज त्रासदी पर छलका जयराम ठाकुर का दर्द
त्रासदी को बहुत हल्के से ले रहे हैं मुख्यमंत्री: जयराम ठाकुर
मुख्यमंत्री से त्रासदी के दौरान और जख्म न देने की गुहार
सराज में नुकसान की भरपाई के लिए लगेंगे वर्षों
शिमला, 21 जुलाई।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के सराज विधानसभा क्षेत्र में 30 जून को आई प्राकृतिक आपदा में हुए नुकसान पर राज्य में खासकर सत्ता दल कांग्रेस द्वारा की जा रही राजनीति पर सोमवार को सराज के विधायक व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का दर्द छलक उठा। जयराम ठाकुर ने शिमला में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इस त्रासदी को बहुत हल्के में ले रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से गुहार लगाई कि वह प्राकृतिक त्रासदी की इस बेला में सराज से यहां स्थापित सरकारी संस्थाओं को दूसरी जगह शिफ्ट कर सराज के लोगों को और जख्म न दें। उन्होंने त्रासदी को लेकर प्रदेश के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी द्वारा की जा रही बयानबाजी पर भी लगाम लगाने की मुख्यमंत्री से मांग की और कहा कि सराज में प्राकृतिक आपदा से मिले जख्मों को भरने में वर्षों लगेंगे क्योंकि यहां पैदल चलने के रास्ते भी नहीं बचे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अभी तक मानसून से जुड़ी घटनाओं में 1235 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इसमें से अकेले सराज विधानसभा क्षेत्र में ही 1000 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि सराज में 500 घरों का नामोनिशान मिट गया है जबकि 700 से ज्यादा घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके अलावा 1000 से अधिक पालतू पशु भी सराज में इस त्रासदी की भेंट चढ़ गए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्होंने सराज विधानसभा क्षेत्र को बनाने में अपने जीवन का बहुत बड़ा हिस्सा लगा दिया लेकिन आज वह सराज बर्बाद हो गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पहले दौरे के दौरान सिर्फ हेलीपैड तक गए और वहीं से वापस आ गए। जबकि दूसरे दौर के दौरान उन्होंने कुछ इलाकों का दौरा जरूर किया लेकिन सिर्फ एक करोड़ रुपए राहत कार्यों के नाम पर लोक निर्माण विभाग को देकर वापस लौट आए, जबकि सराज में अकेले लोक निर्माण विभाग को ही 500 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है।
जयराम ठाकुर ने प्रदेश के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी पर गैर जिम्मेदाराना और दुर्भाग्यपूर्ण बयान देने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि जगत सिंह नेगी को राजस्व मंत्री होने के नाते एक बार सराज का दौरा करना चाहिए था लेकिन वह सिर्फ शिमला में बैठकर विपक्ष को कोसने में लगे हैं। जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि जगत सिंह नेगी के बयान से ऐसा आभास होता है कि उन्हें स्वराज में हुई त्रासदी से आनंद की अनुभूति हो रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने ऐसे मंत्री पर नकेल करनी चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि सराज में त्रासदी के बाद सरकार की ओर से कोई भी बड़ा अधिकारी राहत व बचाव और पुनर्वास कार्यों के लिए नहीं लगाया गया और पूरी त्रासदी को एक पटवारी के हवाले छोड़ दिया गया। यही नहीं चार दिन पहले सरकार ने सराज से लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को भी ट्रांसफर कर दिया है जो दुखद है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार में संवेदना नाम की कोई चीज नहीं रह गई है।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि राजस्व मंत्री ने पहले थुनाग से हॉर्टिकल्चर कॉलेज को शिफ्ट करने के फरमान जारी कर दिए और अब थुनाग में स्थित पंचायती राज प्रशिक्षण संस्थान को वहां से शिफ्ट करने की साजिश रची जा रही है जबकि इस संस्थान को त्रासदी में कोई नुकसान नहीं हुआ है और यह संस्थान पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने पूछा कि शिमला में कितनी ही बार त्रासदी आई तो क्या सरकार ने राजधानी को शिमला से बाहर बदल दिया ?
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अब की बार की त्रासदी अलग है। उन्होंने कहा कि सराज में आई प्राकृतिक आपदा रौंगटे खड़े कर देने वाली है। जयराम ठाकुर ने कहा कि इस त्रासदी के अध्ययन की जरूरत है क्योंकि क्षेत्र में कई स्थानों पर बादल 12000 फुट की ऊंचाई पर फटे जहां कोई भी नदी या नाला नहीं था। इसके बावजूद पहाड़ दरक गए। इस स्थिति का पता लगाने के लिए विस्तृत स्टडी की जरूरत है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्राकृतिक आपदा में अपना सब कुछ खो चुके 500 से अधिक परिवारों को रहने के लिए कम्युनिटी शेल्टर होम बनाने की संभावनाओं पर सरकार को तुरंत विचार करना चाहिए। क्योंकि इन परिवारों के पास पहने हुए कपड़ों के अलावा कुछ भी नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि इन परिवारों की पूरी जमीन तक इस त्रासदी में खत्म हो गई है। ऐसे में उनके पास मकान बनाने के लिए जमीन भी उपलब्ध नहीं है।
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मदद में हो प्रदर्शित
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सराज विधानसभा क्षेत्र में आपदा प्रभावितों के बीच बांटी जा रही मदद में प्रदर्शित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कोई गलत तरीके से मदद का लाभ लेने का प्रयास करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह बात सुनिश्चित की जानी चाहिए कि विभिन्न सामाजिक संस्थाओं और स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा दी जा रही मदद सभी जरूरतमंदों तक बराबर पहुंचे।