डीसी ने पढ़ाया होम क्वारंटाइन में रहने का पाठ, आप भी पढ़िए क्या करना है और क्या नहीं करना

होम क्वारंटीन में भी अनुशासन रखें व नियमों का पालन करें- डीसी 
ऊना, 13 जूनः बाहरी राज्यों से आने वाले बहुत से लोगों को एहतियात के तौर पर होम क्वारंटीन में भेजा जा रहा है, लेकिन उनका यह दायित्व है कि वह होम क्वारंटीन के नियमों का अनुशासन में रहकर पालन करें। यह बात उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने कही। उन्होंने कहा कि होम क्वांरटीन के नियमों का पालन करना बाकी परिवार के सदस्यों के साथ-साथ पूरे समाज के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
डीसी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के प्रसार की रोकथाम के लिए होम क्वारंटीन एक महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय है तथा कोरोना संक्रमण के संभावित मरीज के परिवार को इस बीमारी से बचाने में कारगर है। जिला ऊना में प्रवेश करने वाले व्यक्ति को 14 दिनों तक होम क्वारंटीन किया जा रहा है और यदि कोई व्यक्ति रेड जोन से आ रहा है तो उसे संस्थागत क्वारंटीन किया जाता है।
होम क्वारंटीन के लिए इन बातों का रखें ध्यान
संदीप कुमार ने कहा कि होम क्वारंटाइन के लिए व्यक्ति को हवादार कमरा दें, जिसमें शौचालय भी साथ हो। यदि ऐसा संभव न हो तो ऐसी व्यवस्था हो कि होम क्वारंटाइन व्यक्ति के लिए प्रयोग हेतु अलग शौचालय हो। होम क्वारंटीन में रह रहा व्यक्ति परिवार के अन्य सदस्यों से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखे और घर के बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, बीमार व्यक्तियों व बच्चों के संपर्क में न आएं तो बेहतर है। होम क्वारंटीन व्यक्ति घर में एक कमरे तक ही सीमित रहे तथा सामाजिक आयोजनों जैसे शादी या शोक सभा में बिलकुल भी शामिल न हो। अपने स्मार्टफोन में आरोग्य सेतू ऐप डाउनलोड करे और पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दे।
उन्होंने कहा कि यदि होम क्वारंटीन नियमों की अवहेलना की जाती है, तो परिवार के सभी सदस्यों को होम क्वारंटीन कर दिया जाएगा।
डीसी ने कहा कि होम क्वारंटीन में रखे गए व्यक्ति को अपने हाथ साबुन या अल्कोहल युक्त सेनिटाइजर से निरंतर अंतराल पर साफ करने चाहिए। अपने बर्तन, बिस्तर व तौलिए इत्यादि को अन्य पारिवारिक सदस्यों को प्रयोग न करने दें। मास्क का प्रयोग करें और अनावश्यक रूप से घर में रखी वस्तुओं को न छूए। यदि खांसी, बुखार या सांस लेने में परेशानी जैसे कोई लक्षण दिखाई दें तो आशा कार्यकर्ता अथवा चौबीस घंटे क्रियाशील हैल्पलाइन नंबर 1077 या 104 पर संपर्क करे।
उपायुक्त संदीप कुमार ने कहा कि केवल एक ही सदस्य को होम क्वारंटाइन किए गए व्यक्ति की देखभाल का काम सौंपा जाना चाहिए। बिस्तर की चादर को झटकें नहीं और न ही बाकि सदस्य उसे छूएं। चादर साफ करते समय डिस्पोजेवल दस्तानों का प्रयोग करें। दस्ताने उतारने के बाद हाथ जरूर धोएं। मास्क का प्रयोग करें तथा उपयोग किए गए मास्क व दस्ताने का सही ढंग से निपटारा करें और सबसे महत्वपूर्ण है कि व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ घर परिवार में साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए।