कर्मचारियों के बाद अब पेंशनरों पर भी कोरोना की मार
जयराम सरकार पेंशनरों से भी कोविड फंड के लिए लेगी पैसा
शिमला, 24 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार सेवारत कर्मचारियों और अधिकारियों की तर्ज पर पेंशनरों से भी कोविड फंड के लिए उनकी पेंशन काटेगी। प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।
जानकारी के मुताबिक प्रदेश के सभी पेंशनरों और पारिवारिक पेंशन पाने वालों की एक दिन की पेंशन कोविड फंड के लिए काटी जाएगी। ये एक दिन की पेंशन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की राज्य सचिवालय शाखा और एचडीएफसी बैंक की छोटा शिमला शाखा में जमा की जाएगी। पेंशनरों की सिर्फ एक दिन की ही पेंशन काटी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने इससे पहले नियमति तथा अनुबंध अधिकारियों और कर्मचारियों के वेतन से भी कोविड फंड के लिए कटौती के आदेश जारी किए हैं। राज्य के क्लास-1 और 2 अधिकारियों का दो दिन का वेतन कोविड फंड के लिए काटा जाएगा जबकि तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों तथा अनुबंध कर्मचारियों का एक दिन का वेतन कोविड फंड के लिए काटा जाएगा। कोरोना की पहली लहर में भी प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों और पेंशनरों का एक दिन का वेतन व पेंशन कोविड फंड के लिए काटी थी। इसके अलावा प्रदेश सरकार के मंत्री भी कोविड फंड के लिए एक महीने का अपना वेतन दे रहे हैं जबकि विधायकों का भी एक महीने का वेतन काटने का प्रस्ताव है। भले ही सरकार ने कर्मचारियों और अधिकारियों का एक दिन का वेतन काटने का फैसला कर लिया है लेकिन सरकार के इस फैसले का प्रदेश में जोरदार विरोध हो रहा है। खासकर विपक्षी दल कांग्रेस और माकपा ने सरकार के इस फैसले के विरोध में खड़ी हो गई है। इन दलों का कहना है कि जब सरकार अपने ऐशो आराम के लिए कर्ज ले सकती है तो फिर कोरोना से निपटने के लिए भी उसे ऐसा ही करना चाहिए और पहले से ही कोरोना की मार झेल रहे कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं करनी चाहिए।