जयराम सरकार ने महंगा किया सस्ता राशन
कांग्रेस ने राशन महंगा करने पर भौंहें चढ़ाई
शिमला, 24 मई। हिमाचल प्रदेश में कोरोना महामारी से जूझ रहे राज्य के लोगों को प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार ने एक और बड़ा झटका दिया है। राशन की सस्ती सरकारी दुकानों में मिलने वाले सरसो के तेल में सरकार ने एकमुश्त 57 रुपए और चना व मलका की दाल में 10 से 18 रुपए प्रति किलो तक की वृद्धि कर दी है। ऐसे में राज्य के लोगों की कोरोना काल में जेबें और ढीली होंगी। प्रदेश सरकार की इस निर्णय की खिलाफत भी शुरू हो गई है। विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्य में महंगाई बढ़ाने के लिए जयराम सरकार की निंदा की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने आज शिमला में कहा कि एक तरफ लोगों पर कोरोना की मार, ऊपर से बढ़ती बेरोजगारी और उसके बाद अब डिपुओं से मिलने वाले सस्ते अनाज की दरों में बढ़ोतरी से सरकार ने लोगों की कमर तोड़ दी है। उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौर में सरकार ने लोगों को कोई भी राहत नहीं दी है, उल्टे बिजली, पानी, बस किरायों में वृद्धि कर अपनी तिजोरी भरने में लगी है।
राठौर ने पीडीएस के तहत डिपुओं से मिलने वाले सस्ते राशन तेल, दालों के मूल्यों में बढ़ोतरी पर आपत्ति जताते हुए इसे जनहित में वापिस लेने की मांग सरकार से की है। उन्होंने कहा कि आज जब प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते लोगों के काम धंधे बंद हो गए हैं, लोग बेरोजगार हो गए है, ऐसे में उन्हें बढ़ती महंगाई से राहत दी जानी चाहिए, न कि महंगाई।
राठौर ने राशन की मूल्य में वृद्धि को पूरी तरह अनुचित ठहराया है। उन्होंने कहा कि सरकार का यह निर्णय लोगों के प्रति उनकी संवेदनहीनता को ही दर्शाता है। उन्होंने कहा कि आज जिन कठिन परिस्तितियां में लोग अपना और अपने परिवार का लालन पालन कर रहें है उस पीड़ा का भाजपा सरकार को कोई अहसास नहीं है। भाजपा के नेता आपदा में अवसर तलाश रहें है।