‘गोल’ स्कीम के तहत 7500 प्रशुक्षियों और प्रशिक्षकों की भर्ती, मिलेंगे स्मार्टफोन, 14 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन

कार्यक्रम में पंजीकरण के लिए 14 जुलाई तक करें ऑनलाइन आवेदन
ऊनाः केंद्र सरकार के जनजातीय कार्यों के मंत्रालय द्वारा फेसबुक के साथ सांझेदारी में जनजातीय समुदाय से संबंधित युवाओं में नेतृत्व के गुण विकसित करने की दिशा में गोल (जीओएएल) कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने बताया कि गोल यानि गोइंग ऑनलाइन ऐज़ लीडर्ज कार्यक्रम के तहत इन युवाओं को डिजिटल तकनीक के माध्यम से नेतृत्व एवं योग्यता विकास पर मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है।
डीसी संदीप कुमार ने बताया कि गोल कार्यक्रम का प्राथमिक लक्ष्य जनजातीय क्षेत्र से संबंधित युवाओं में क्षमता निर्माण हेतु मार्गदर्शन और प्रोत्साहन प्रदान करना है ताकि उनके भीतर आत्मविश्वास के स्तर में वृद्धि हो। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के तहत अर्जित किए गए कौशल और योग्यता से नेतृत्व गुणों को विकसित किया जा सकता है। इससे इन युवाओं को अपने समुदाय की समस्याओं को बेहतर ढंग से समझने और उनके समाधान के साथ-साथ आजीविका कमाने और सामाजिक-आर्थिक उत्थान में मदद मिलती है।
गोल कार्यक्रम का क्रियान्वयन
डीसी संदीप कुमार ने बताया कि गोल कार्यक्रम के तहत जनजातीय क्षेत्र के युवाओं को बतौर मैन्टी (प्रशिक्षु) जबकि विभिन्न क्षेत्रों के ज्ञाता व अनुभवी व्यक्तियों को बतौर मैन्टर (प्रशिक्षक) वेब पोर्टल पर पंजीकरण करना होता है। पंजीकृत आवेदकों में से पांच हजार प्रशिक्षुओं और 2500 प्रशिक्षकों को शॉर्टलिस्ट किया जाता है। इसके उपरांत प्रत्येक प्रशिक्षक को दो प्रशिक्षु अलॉट किए जाते हैं। जनजातीय युवा का इस कार्यक्रम के तहत चयन होने पर उसे एक वर्ष की इंटरनेट सुविधा के साथ स्मार्टफोन उपलब्ध करवाया जाता है। इसके माध्यम से उसे फेसबुक मेसेंजर व वाट्स एप जैसे प्लेटफार्मस पर वीडियो रूप में ज्ञानवर्धक सामग्री उपलब्ध करवाई जाती है और ऑनलाइन माध्यम से प्रशिक्षु व प्रशिक्षक में समस्याओं और निराकरण संबंधी ज्ञान का आदान-प्रदान किया जाता है। इस कार्यक्रम की अवधि नौ महीनों की होती है, जिसमें पहले 7 महीनों में प्रशिक्षु अपने प्रशिक्षक के संपर्क में रहते हैं जबकि शॉर्ट लिस्टिड युवाओं को अंतिम 2 महीनों में प्रतिष्ठित संस्थानों में इंटर्नशिप की सुविधा प्रदान की जाती है।
कैसे करें पंजीकरण
डीसी संदीप कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत इच्छुक प्रशिक्षु एवं प्रशिक्षक वैबसाइट goal.tribal.gov.in पर अपना पंजीकरण कर सकते हैं। व्यवसाय, शिक्षा, कला, संस्कृति, नृत्य, स्वास्थ्य, राजनीति, अनुसंधान व उद्यमिता जैसे क्षेत्रों में दिलचस्पी रखने वाले 18-35 वर्ष आयु वर्ग के जनजातीय युवा इस पोर्टल पर बतौर प्रशिक्षु जबकि इन क्षेत्रों में प्रख्यात व अनुभवी व्यक्ति जो इन युवाओं का मार्गदर्शन करने के इच्छुक हों, वे बतौर प्रशिक्षक पंजीकरण कर सकते हैं। पंजीकरण की सुविधा नजदीकी सामान्य सेवा केन्द्रों पर भी उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का लाभ लेने के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है जिसकी अंतिम तिथि 14 जुलाई निर्धारित की गई है। इस बारे किसी भी प्रकार की जानकारी व पूछताछ के लिए facebook-goal@tribal.gov.in पर ईमेल संदेश के माध्यम से संपर्क किया जा सकता है।
पायलेट प्रोजैक्ट से कार्यक्रम का आगाज
डीसी संदीप कुमार ने बताया कि फेसबुक ने अपने स्तर पर फरवरी 2019 से अक्तूबर 2019 के दौरान पांच राज्यों मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा व महाराष्ट में इस कार्यक्रम को पायलेट प्रोजैक्ट के तौर पर चलाया। इसके तहत 25 प्रशिक्षकों द्वारा 100 जनजातीय लड़कियों का मार्गदर्शन किया गया। इसके बेहद ही सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। इस पायलट प्रोजेक्ट से लाभान्वित 70 प्रतिशत महिलाओं ने अपना स्वयं का व्यवसाय शुरू करने में रूचि दिखाई तथा सभी ने सक्रिय रूप से इंटरनेट का प्रयोग करना आरंभ कर दिया। इनमें से 82 प्रतिशत प्रतिभागियों ने समुदाय को पेश आ रही समस्याओं को इंटरनेट के माध्यम से सामने रखा तथा 63 प्रतिशत अपने समुदाय, सरकार और स्थानीय निकाय व्यवस्था को समझने में और ज्यादा बेहतर हो गईं।
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