शिमला। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रदेश सरकार के वर्ष 2021-22 के बजट को लोगों की आशा के विपरीत बताते हुए कहा है कि घाटे से उबरने के लिए बजट में कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि महज आंकड़ों को दर्शाकर केंद्र सरकार की योजनाओं को प्रदेश के बजट में शामिल कर लोगों को लुभाने का असफल प्रयास किया गया है।
बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए वीरभद्र सिंह ने इसे दिशाहीन बताया। उन्होंने बजट पर निराशा प्रकट करते हुए कहा कि बजट में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई से निपटने के कोई भी कारगर उपाय नहीं हैं। वहीं, बजट में आम लोगों को भी कोई राहत नहीं है। उन्होंने कहा कि कोविड से प्रभावित अर्थव्यवस्था के सुधार की कोई भी गुंजाइश बजट में नहीं है।