कोरोना पीड़ितों के मदद के लिए बढ़े मदद के हाथ

शिमला, 8 जून। कोरोना महामारी ने भले ही पूरी दुनिया में कहर बरपा रखा है। लेकिन महामारी के इसी दौर में मानवता पर आए इस संकट से पार पाने के लिए मदद करने वालों की भी कमी नहीं है। यही कारण है कि जहां एक ओर कोरोना लोगों को लगातार भयभीत कर रहा है वहीं उम्मीदों के रोशनदान भी लगातार खुल रहे हैं। हिमाचल प्रदेश का कांगड़ा जिला कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित है और इस अकेले जिले में ही मौत का आधिकारिक आंकड़ा लगभग एक हजार तक पहुंच गया है। नतीजतन पीड़ित लोगों को मदद की अत्यधिक दरकार है। इस स्थिति में दो अंतर्राष्ट्रीय कंपनियां ओरिफ्लेम और एमवे जिले के लोगों की खुलकर मदद कर रही हैं।

इन दोनों कंपनियों ने जिला प्रशासन को अब तक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, फ्लोमीटर और मास्क आदि सामग्री प्रदान कर मानवजाति पर आये इस महाप्रकोप से निपटने में सरकार और प्रशासन की मदद के लिये आगे आये सामाजिक, धार्मिक, गैर सरकारी और स्वयंसेवी संगठनों, कार्पोरेट, ट्रस्टों और व्यक्तियों के सामूहिक प्रयासों में अपनी भी अहम एवं रचनात्मक हिस्सेदारी सुनिश्चित की है।

इस बारे में स्वीडन की कम्पनी ओरिफ्लेम इंडिया के कार्पोरेट मामलों के एशिया प्रमुख एवं निदेशक विवेक कटोच ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण के बड़ी संख्या में आ रहे मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन को आवश्यक सामग्री एवं उपकरणों की पेशकश की गई जिसे उसने सहर्ष स्वीकार किया। उन्होने बताया कि कम्पनी की ओर से प्रशासन को 100 ऑक्सीज़न कंसंट्रेटर, 1000 ऑक्सीमीटर, पांच हजार थर्मामीटर, 200 फ्लोमीटर प्रदान किए गए हैं।

कटोच के अनुसार कम्पनी सीएसआर गतिविधियों के तहत देश को चार ऑक्सीजन संयंत्र भी भेंट कर रही है जो विभिन्न अस्पतालों में स्थापित किये जाएंगे। इनमें से एक संयंत्र कांगड़ा जिले में स्थापित किया जाएगा। ऐसे प्रति संयंत्र की प्रत्येक अस्पताल में कम से कम 100 बैड को ऑक्सीजन आपूर्ति की क्षमता होगी। प्रत्येक ऑक्सीजन संयंत्र की मशीनरी एवं अन्य उपकरणों की लागत लगभग 32 लाख रुपये है। उन्होंने कहा कि कम्पनी आगे भी प्रशासन की मदद के लिये तत्पर रहेगी।

उल्लेखनीय है कि कटोच मूलत: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की जयसिंहपुर तहसील अंतर्गत धनेरी गांव के निवासी हैं। उन्होंने अपने गांव में सोलर लाईटें लगा कर इसे रातों के घुप्प अंधेरे से भी मुक्ति दी है। शाम ढलते ही गांव दूधिया रोशनी से जगमग हो जाता है।

इसी कड़ी में एमवे इंडिया ने सीएसआर के तहत कांगड़ा जिला प्रशासन को 100 ऑक्सीमीटर और 500 मॉस्क प्रदान किये हैं। कम्पनी इससे पहले पहले भी किसी भी संकटकाल में सरकार और प्रशासन की मदद करने के पीछे नहीं रही है। बनर्जी एमवे इंडिया के कार्पोरेट मामलों के वाईस प्रेजीडेंस पद पर भी हैं।