शिमला, 22 मार्च। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति की अध्यक्ष विप्लव ठाकुर ने अनुशासन की महत्ता पर जोर देते हुए कहा है कि इसके बगैर कोई भी दल या परिवार आगे नहीं बढ़ सकता। प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति की अध्यक्ष बनने और अपनी पहली बैठक के बाद पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए विप्लव ठाकुर ने कहा कि आज समिति के सभी सदस्यों को जिलावार जिम्मेवारी सौंप दी गई है जो इन जिलों से सम्बंधित पार्टी की किसी भी शिकायत का पूरा अध्ययन कर अपनी जांच रिपोर्ट देंगे। उसके बाद किसी भी शिकायत पर पूरे गुणदोष के आधार पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बड़े से बड़ा नेता हो, या छोटे से छोटा, नियम सबके लिए बराबर है।
विप्लव ने कहा कि वह स्वयं कांगड़ा व शिमला जिलों से सम्बंधित कांग्रेस पार्टी की शिकायतों को देखेंगी जबकि विधायक मोहन लाल ब्राक्टा सोलन, सिरमौर, केवल सिंह पठानिया सचिव सदस्य के साथ-साथ मंडी व हमीरपुर, चेतराम ठाकुर किन्नौर, लाहुल स्पिति व कुल्लू, संजय अवस्थी ऊना, चम्बा व बिलासपुर का कार्य देखेंगे। शर्मिला पटियाल समन्वयक के तौर पर कार्य देखेंगी।
विप्लव ठाकुर ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया सभी नेताओं, पदाधिकारी, अग्रणी संगठन और कांग्रेस पार्टी के सभी विभागों से कहा गया है कि उन्हें अपने किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम की पूर्व सूचना संबंधित जिला व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अलावा प्रदेश कांग्रेस कार्यालय को देनी होगी।
इसके अतिरिक्त कोई भी नेता, पदाधिकारी, अग्रणी सगठनों के पदाधिकारी अपने किसी नेता के खिलाफ मीडिया या सोशल मीडिया में जाता है तो यह भी अनुशासनहीनता के दायरे में माना जाएगा और उसके खिलाफ पार्टी नियमों के तहत कार्यवाही होगी।
विप्लव ने साफ किया कि चार नगर निगम चुनावों में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ पार्टी से जुड़ा कोई भी इन चुनावों लड़ता है तो ये भी अनुशासनहीनता के दायरे में लिया जाएगा।