कोरोना संकट में आत्मनिर्भर योजना का सहारा, दो महीने का निशुल्क राशन मिला
ऊना (2 जून)- केंद्र सरकार की आत्मनिर्भर भारत योजना ने कोरोना संकट के बीच फंसे प्रवासी मजदूरों को सहारा प्रदान किया है। यह योजना प्रवासी मजदूरों के साथ-साथ ऐसे मजदूरों के लिए वरदान सिद्ध हुई है, जिनका एनएफएसए या राज्य की किसी योजना के अंतर्गत राशन कार्ड नहीं बना है।
आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत जिला ऊना में 40 प्रतिशत प्रवासी मजदूरों को राशन का वितरण कर दिया गया है। इस संबंध में जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति नियंत्रक ऊना विजय सिंह हमलाल ने बताया कि योजना के तहत जिला ऊना में कुल 30,315 परिवार लाभार्थी हैं, जिनमें से लगभग 40 प्रतिशत को राशन प्रदान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि 1 जून 2020 तक 1809.14 क्विंटल चावल तथा 56.74 दाल काला चना वितरित किया जा चुका है। योजना के तहत दो माह (मई व जून) का राशन प्रदान किया जा रहा है।
पीएम मोदी का जताया आभार
इस योजना का लाभ लेने वाले लोअर अरनियाला के प्रवासी मजदूरों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है। लाभार्थी इंद्रदेव, जसवंत, राजेश, बबलू व संजीव ने बताया कि लॉकडाउन के चलते सभी कामकाज ठप्प हो गए थे, ऐसे में कहीं काम नहीं मिल रहा था, लेकिन प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत योजना ने सहारा दिया और राशन निशुल्क में मिला।
वहीं लोअर अरनियाला पंचायत प्रधान अशोक धीमान ने बताया कि उनकी पंचायत में रहने वाले सभी प्रवासियों तक प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर योजना के तहत निशुल्क राशन पहुंचाया जा रहा है।
आत्मनिर्भर भारत योजना की पात्रता
इस योजना के तहत फंसे हुए मजदूरों के साथ-साथ ऐसे व्यक्तियों की निशुल्क राशन प्रदान किया जा रहा है जिनका एनएफएसए या राज्य की किसी योजना के अंतर्गत राशन कार्ड नहीं बना है। इन प्रवासी मजदूरों को दो माह (मई व जून 2020) के लिए 5 किलो चावल प्रति सदस्य व 1 किलो काला चना प्रति परिवार के हिसाब से निशुल्क वितरित किए जा रहे हैं।
कैसे पाएं लाभ
इस योजना का लाभ लेने के लिए प्रवासी मजदूरों को अपने नजदीकी उचित मूल्य की दुकान में जाकर एक फॉर्म भरना होगा। उस फॉर्म को भर कर अपने पंचायत सदस्य, प्रधान, उप-प्रधान, पंचायत सचिव, अध्यक्ष व उपाध्यक्ष शहरी निकाय या राजपत्रित अधिकारी से प्रमाणित करवाना होगा। इसके बाद उन्हें इसे अपनी नजदीकी उचित मूल्य की दुकान में जमा करवाने के उपरांत राशन जारी किया जाता है।
उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत योजना के अंतर्गत जिला ऊना को 4640 क्विंटल चावल आवंटित करके सभी उचित मूल्य की दुकानों पर उपलब्ध करवाए जा चुका है। इस योजना में चावल और काले चने का दो महीनों का कोटा एक साथ वितरित किया जाना है। किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए कार्यालय जिला नियंत्रक, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, जिला ऊना हिमाचल प्रदेश के दूरभाष नंबर 01975-226016 पर संपर्क किया जा सकता है।