हिमाचल में आज से कुछ आसान होगी जिंदगी

हिमाचल में आज से कुछ आसान होगी जिंदगी

शिमला, 30 मई। हिमाचल प्रदेश में कल से जिंदगी कुछ आसान होगी। राज्य में कोरोना कर्फ्यू में कल से कुछ बंदिशें हट जाएंगी। साथ ही लोगों को मॉर्निंग वाक से लेकर खरीददारी तक के लिए समय मिलेगा। यही नहीं कल से ही प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां भी खत्म हो जाएंगी।

राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में आ रही कमी के चलते प्रदेश सरकार ने कोरोना कर्फ्यू की बंदिशों में कुछ ढील देने का निर्णय लिया है। हालांकि कोरोना कर्फ्यू पहले की तरह बदस्तूर जारी रहेगा। प्रदेश में अब बाजार तीन घंटे की बजाय पांच घंटे खुले रहेंगे जबकि लोगों की मॉर्निंग वाक पर लगाया गया प्रतिबंध भी हटा लिया गया है। राज्य में आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए जयराम सरकार ने सभी प्रकार की दुकानों को पांच घंटे खोलने की हरी झंडी दे दी है। ऐसे में अब वह दुकानदार भी अपनी दुकानें खोल सकेंगे जो आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में नहीं आते।

कोरोना कर्फ्यू की बंदिशों में दी गई छूट के मुताबिक दुकानें खुलने के बावजूद दुकानदार व ग्राहक दोनों को मास्क पहनने की शर्त का कड़ाई से पालन करना होगा और दुकानदार ऐसे ग्राहकों को सेवाएं नहीं देंगे जो मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे होंगे।

सरकार द्वारा जारी नए दिशा-निर्देशों के अनुसार कल से प्रदेश में सभी सरकारी दफ्तर 30 प्रतिशत क्षमता के साथ खुलेंगे। दिव्यांग कर्मचारी, गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली महिलाएं पहले की तरह घर से ही काम करेंगी। शिक्षण संस्थान पहले की तरह अगले आदेशों तक बंद रहेंगे। कोरोना कर्फ्यू के दौरान हर प्रकार की गैर जरूरी आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा।

सरकार ने भले ही कोरोना बंदिशों में कुछ छूट दी है लेकिन प्रदेश में सार्वजिनक परिवहन फिलहाल बंद रहेगा। ऐसे में सरकारी कार्यालय खोल दिए जाने के चलते कर्मचारियों को अपने दफ्तर तक पहुंचने के लिए भारी मुशक्कत करनी होगी। खासकर उन कर्मचारियों को दिक्कतें आना तय है जिनके पास अपने वाहन नहीं हैं। क्योंकि सरकार ने सरकारी दफ्तर खोलने की घोषणा के बावजूद कर्मचारियों को कार्यालय तक पहुंचाने के लिए कोई प्रबंध नहीं किया है।

प्रदेश में शनिवार और रविवार को पूर्ण लॉकडाउन रहेगा और इस दौरान केवल आवश्यक वस्तुओं की दुकानें ही पांच घंटे खुलेंगी। सरकार ने सभी जिलाधीशों को स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार बाजार खोलने का समय निर्धारित करने को कहा है।