आईजीएमसी में टेंडर आबंटन मामला
अब कंपनी ने युवा कांग्रेस अध्यक्ष को भेजा लीगल नोटिस
शिमला, 15 फरवरी। हिमाचल प्रदेश सरकार के प्रीमियर स्वास्थ्य संस्थान आईजीएमसी शिमला में एक निजी कंपनी को मरीजों को खाना उपलब्ध करवाने का ठेका देने में हुई कथित अनियमितताओं का मामला और गरमा गया है। युवा कांग्रेस द्वारा इस मामले में अदालत का दरवाजा खटखटाने के ऐलान के बीच अब ठेका पाने वाली कंपनी ने भी आक्रामक रुख अपना लिया है। कंपनी ने इस सारे मामले में युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यदुपति ठाकुर पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए उन्हें कानूनी नोटिस भेजकर 15 दिन के भीतर माफी मांगने को कहा है। ऐसा न करने पर कंपनी युवा कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी। कंपनी का आरोप है कि युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने झूठ और तथ्यहीन आरोप लगाकर कंपनी की छवि को धूमिल कर वित्तीय नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है।
कम्पनी के संस्थापक ज्ञान चौहान ने पत्रकार वार्ता में कहा कि यदुपति ठाकुर ने कम्पनी पर ब्लैकलिस्ट होने का आरोप लगाया है, जो गलत है। मैंने उन्हें एक कानूनी नोटिस भेजा है और लिखित माफीनामे की मांग की है। ज्ञान चौहान ने कहा कि उनकी कम्पनी वर्ष 2009 से क्रियाशील है और वर्तमान में कम्पनी को हिमाचल सहित उत्तर भारत के पांच राज्यों में काम मिला है। कम्पनी का कुल 50 करोड़ का टर्न ओवर है और उसे आहार सेवाओं में काम करने का विशेष अनुभव है।
उन्होंने कहा कि शिमला में केंद्र सरकार के एक उपक्रम ने काम पूरा होने के दो साल बाद अपनी वेबसाइट में उनकी कम्पनी को ब्लैक लिस्ट दिखाया। जिस पर कंपनी ने प्रदेश हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और हाईकोर्ट से कंपनी को राहत मिली। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी में आहार सेवाओं के लिए ई-टेंडर के माध्यम से उनकी कम्पनी ने भाग लिया और आईजीएमसी प्रशासन द्वारा टेंडर में निर्धारित सभी शर्तों व मापदंडों को पूरा किया है।