अप्रैल तक ऊना जिला की सड़कें होगी बेसहारा गौवंश मुक्त : वीरेंद्र कंवर
शिमला, 16 फरवरी। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा है कि अप्रैल माह तक ऊना, हमीरपुर व चंबा जिला में बेसहारा पशु मुक्त हो जाएंगे। इसके बाद जून में कांगड़ा, बिलासपुर व शिमला की सड़कों से बेसहारा गौवंश को हटाकर गौशालाओं में पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार अगले एक वर्ष में सम्पूर्ण हिमाचल प्रदेश को बेसहारा पशु मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। डोहगी में आज आयोजित बसंत उत्सव अनुष्ठान में वीरेंद्र कंवर ने पूर्ण आहुति डालने के बाद कहा कहा कि हिमाचल प्रदेश देश का पहला बेसहारा पशु मुक्त राज्य बनेगा।
उन्होंने कहा कि पीने के पानी की समस्या को खत्म करने के लिए तथा सड़कों के सुदृढ़ीकरण के लिए 150-150 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि डोहगी सड़क को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाने का प्रयास किया जा रहा है। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि लगभग 20 करोड़ रुपये की लागत से बंगाणा में मिनी सचिवालय तथा 10 करोड़ रुपये की लागत से ब्लॉक भवन का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए बंगाणा अस्पताल 50 बैड का बनाया गया है और आज यहां पर चार डाक्टर कार्यरत हैं।
इस कार्यक्रम का आयोजन आज पंडित ब्रह्मानंद धर्मार्थ सभा के सौजन्य से किया गया था। मंत्री ने बसंत पंचमी की शुभकामानाएं देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार गौवंश के सरंक्षण व संवर्धन के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि 28 फरवरी को गौवंश आयोग गठन के दो वर्ष पूर्ण होने वाले हैं। इस अवसर पर सिरमौर व सोलन जिला को बेसहारा पशु मुक्त बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सिरमौर व सोलन जिला में गौ अभ्यारण्य बनकर तैयार हो गए हैं जिनका शुभारंभ मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर 28 फरवरी को हांडाकुंडी में करने जा रहे हैं।