शिमला. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के रुप में शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप की ताजपोशी हो गई है। कश्यप की ताजपोशी से तय है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपनी पसंद का प्रदेशाध्यक्ष बनाने में कामयाब हो गए हैं। अब न सिर्फ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को संगठन का खुला साथ मिलेगा बल्कि सत्ता और संगठन मिलकर कार्य कर सकेंगे। प्रदेशाध्यक्ष की ताजपोशी न हो पाने के कारण कई कयास लगाए जा रहे थे। इससे पूर्व राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी का नाम भी प्रदेशाध्यक्ष के पद के रुप में चला था लेकिन ताजपोशी कश्यप की हो गई। इससे पूर्व में देखा जाए तो प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए कई नाम चल रहे थे लेकिन अंतत: हाईकमान ने राजीव बिंदल के नाम पर मुहर लगा दी थी। इसी प्रकार राज्यसभा सदस्य के लिए कई नाम चल रहे थे लेकिन नाम इंदु गोस्वामी का फाइनल हुआ था। जिससे सियासत में यह चर्चा होने लगी थी कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की पसंद को हाईकमान तवज्जो नहीं दे रहा है और ऐसे नेताओं के नाम पर हाईकमान मुहर लगा रही है जिसे मुख्यमंत्री जयराम पसंद न करते हुए भी हामी भरते रहे। अब सुरेश कश्यप की प्रदेशाध्यक्ष पद पर ताजपोशी होने से साबित हो गया है कि मिशन 2022 को कामयाब करने के लिए मुख्यमंत्री ने अपने पसंद का अध्यक्ष बनाया है जिससे सत्ता और संगठन दोनों मिलकर काम करेंगे और सरकार का मिशन रिपीट का सफल बनाएंगे।
अध्यक्ष पद पर ताजपोशी के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की पहली पसंद के रुप में राजनैतिक सलाहकार त्रिलोक जंबाल का नाम था। लेकिन हाईकमान प्रदेश के किसी सांसद को प्रदेशाध्यक्ष बनाना चाह रहा था जिसके कारण ही पूर्व में मंडी के सांसद राम स्वरुप शर्मा का नाम आया था और बाद में राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी का नाम आया था। लेकिन शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप को प्रदेशाध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। सुरेश कश्यप भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के करीबी है और प्रदेश की राजनीति में कश्यप का नाम किस गुट से नहीं जुड़ा है। जिससे तय है कि कश्यप मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ कंघा से कंघा मिलाकर कार्य करेंगे जिससे संगठन की ओर से सरकार को कोई परेशानी नहीं होनी वाली है। प्रदेश के संगठन की सभी नियुक्तियां पूर्व प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल कर गए हैं लेकिन नए प्रदेशाध्यक्ष कश्यप भी अब मुख्यमंत्री की सलाह पर कुछ फेरबदल अवश्य करेंगे और संगठन में अपने टीम तैयार करेंगे।