शिमला, 6 फरवरी। हिमाचल प्रदेश सरकार गद्दी समुदाय के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और भेड़-पालन को और अधिक लाभदायक व्यवसाय बनाने के लिए नई योजनाओं की शुरूआत सुनिश्चित करेगी। यह बात आज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जिला कांगड़ा के पालमपुर के बनूरी में हिमाचल प्रदेश वूल फेडरेशन द्वारा आयोजित भेड़ प्रजनन सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर उन्होंने एक करोड़ रुपये की लागत से निर्मित जनजातीय समुदाय एवं प्रशिक्षण केन्द्र का भी उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2000 में केन्द्र और प्रदेश में भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान गद्दी समुदाय को जनजातीय दर्जा दिया गया था। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे गद्दी लोगों की भेड़ और बकरियों की चोरी में शामिल अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि गद्दी समुदाय को उच्च गुणवत्ता की ऊन मिल सके, इसके लिए अच्छी नस्ल के भेड़ उपलब्ध करवाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने पिछले तीन वर्षों के दौरान गरीबों और निम्न वर्गों के उत्थान के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि एलपीजी गैस कनेक्शन से वंचित लोगों को निशुल्क गैस कनेक्शन प्रदान हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत 2.90 लाख निशुल्क गैस कनेक्शन प्रदान किए गए हैं, जिससे हिमाचल प्रदेश देश का पहला धुआंमुक्त राज्य बन गया है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना के अंतर्गत युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए 40 लाख रुपये का ऋण उपलब्ध करवा रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत युवाओं को 25 प्रतिशत अनुदान तथा महिलाओं व लड़कियों को 30 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हज़ारों की संख्या में युवा इस योजना का लाभ उठा रहे हैं और रोजगार प्रदाता बने हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने राज्य में तीन नए नगर निगम पालमपुर, सोलन और मंडी बनाए है ताकि राज्य के बड़े और तीव्र गति से उभरते इन शहरों का सुनियोजित विकास सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि गद्दी समुदायों की सभी जायज मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा।