हिमाचल में कोरोना कर्फ्यू कल से

हिमाचल में कोरोना कर्फ्यू आज से

मुख्यमंत्री के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को कर्फ्यू कड़ाई से लागू करने के निर्देश

शिमला, 6 मई। हिमाचल में कोरोना कर्फ्यू 7 मई की सुबह आरंभ हो जाएगा। ये कोरोना कर्फ्यू 17 मई को सुबह 6 बजे तक लागू रहेगा। कर्फ्यू के दौरान सभी सरकारी और निजी कार्यालय बंद रहेंगे। हालांकि इस दौरान आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। प्रदेश सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया के मुताबिक 5 से अधिक लोगों के एकत्रित रहने पर प्रतिबंध रहेगा। इसके लिए सरकार ने पूरे राज्य में धारा 144 लागू कर दी है। कोरोना कर्फ्यू के दौरान सभी सरकारी कर्मचारी व अधिकारी घर से काम करेंगे। इस अवधि में बाजार, सिनेमा घर, जिम, मनोरंजन पार्क, स्वीमिंग पुल और बार बंद रहेंगे जबकि आवश्यक वस्तुओं की दुकानें हर रोज सायं छह बजे तक खुली रखी गई है। कोरोना कर्फ्यू के दौरान राज्य में सरकारी और निजी परिवहन सेवाएं 50 प्रतिशत क्षमता के साथ पहले की तरह जारी रहेंगी। हालांकि एक जिले से दूसरे जिले में अपने निजी वाहन में आने जाने पर रोक रहेगी और लोग बसों से ही एक जिले से दूसरे जिले जा सकेंगे। अंतर्राज्यीय बस सेवाएं भी जारी रहेंगी लेकिन प्रदेश में आने वाले लोगों को 72 घंटे के भीतर की आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिखानी जरूरी होगी। ये शर्त पर्यटकों और अन्य सभी लोगों के लिए एकसमान रूप से लागू होगी। इस रिपोर्ट के बगैर हिमाचल में दाखिल होने वाले लोगों को 14 दिनों तक क्वारंटीन में रहना होगा। कोरोना कर्फ्यू के दौरान शादी समारोहों और अंतिम संस्कार में केवल 20 लोग ही शामिल होंगे। प्रदेश में सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थान 31 मई तक बंद रहेंगे।

इस बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश के सभी उपायुक्तों और जिलाधीशों को कोरोना कर्फ्यू को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्यों के साथ कोरोना संक्रमण को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में ये निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि आम जनता प्रदेश सरकार द्वारा समय-समय पर जारी की गई मानक संचालन प्रक्रियाओं का कड़ाई से पालन करे ताकि कोरोना महामारी के प्रसार को रोका जा सके। जयराम ठाकुर ने प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 जांच की रिपोर्ट तैयार करने में समय लगाने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि ऊना और कुल्लू में प्रयोगशालाएं स्थापित करने को स्वीकृति मिल गई है जिसके लिए सात करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि तीन राजकीय महाविद्यालयों और आईआईटी मण्डी में प्रयोगशालाएं स्थापित करने की सम्भावनाएं तलाशी जानी चाहिए।

जयराम ठाकुर ने अधिकारियों को होम आइसोलेशन और अस्पतालों के माध्य समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए ताकि गम्भीर रूप से बीमार लोगों को अस्पताल स्थानातंरित करने में देरी लोगों की मृत्यु का कारण न बने। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी उपायुक्त सम्बन्धित जिलों में बिस्तरों की क्षमता को बढ़ाने को कहा।

राजनीतिक दलों और जनता के अनुसार लिया फैसला

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि कोरोना कर्फ्यू का फैसला सभी राजनीतिक दलों की राय और जनता खासकर मजदूर वर्ग के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है। उन्होंने कहा कि कोराना कर्फ्यू के दौरान मजदूरों की दिहाड़ी चलती रहे इसका विशेष ध्यान रखा गया है। इसलिए मजदूरों से संबंधित सभी गतिविधियों की कोरोना कर्फ्यू में छूट रहेगी।

राजनीति न करे कांग्रेस

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पूर्ण लॉकडाउन आज की स्थिति में संभव नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना कर्फ्यू पर कांग्रेस अब राजनीतिक भाषा का प्रयोग न करे क्योंकि पूर्ण लॉकडाउन से गरीब वर्ग को भारी नुकसान होता है। मुख्यमंत्री ने कोरोना पॉजिटिव मामलों के सभी रिकॉर्ड टूटने और मृत्यु दर में जबरदस्त उछाल पर कहा कि लोग देर से अस्पताल जा रहे हैं जिस कारण मृत्यु दर बढ़ रही है।